ममता बनर्जी ने बंगाल में ओबीसी का हक मारकर मुस्लिमों को दिया, लखनऊ में बोले भजन लाल शर्मा

ममता बनर्जी ने बंगाल में ओबीसी का हक मारकर मुस्लिमों को दिया, लखनऊ में बोले भजन लाल शर्मा

लखनऊ। पश्चिम बंगाल में साल 2010 के बाद जारी किए गए सभी ओबीसी प्रमाणपत्रों को कलकत्ता हाईकोर्ट ने बुधवार को रद्द कर दिए हैं। इस मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कलकत्ता हाई कोर्ट के इस फैसले को स्वीकार नहीं किया और ऊपरी अदालत में चुनौती देने की बात कही। वहीं कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला है। 

उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में ओबीसी का हक मारकर मुस्लिमों को देने का काम किया है। ममता सरकार ने मुस्लिमों की 118 जातियों को पहले ओबीसी में शामिल किया, फिर उन्हें आरक्षण दे दिया। वहीं जब कलकत्ता हाईकोर्ट ने 2010 से 2024 तक पश्चिम बंगाल में मुसलमानों को जारी किए गए सभी ओबीसी प्रमाणपत्रों को रद्द कर दिया है। तो ममता बनर्जी मानने को तैयार नहीं हैं। 

राजस्थान सीएम ने कहा कि कलकत्ता हाईकोर्ट का फैसला नहीं मानना न्यायिक अवमानना है। साथ ही अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण भी है। ये साबित करता है कि ममता बनर्जी को लोकतंत्र की गरिमा और कानून की गरिमा का सम्मान नहीं है। उनके लिए सिर्फ मुस्लिम तुष्टीकरण सर्वोपरि है। सीएम भजन लाल शर्मा ने आगे कहा कि इन बातों से पता चलता है कि ममता बनर्जी गैर-संवैधानिक रूप से तुष्टीकरण की राजनीति कर रहीं थीं। उनके लिए मुस्लिम वोट बैंक को खुश करना और मुस्लिम लीग के एजेंडे को आगे बढ़ाना ही उनकी प्राथमिकता है।

राजस्थान सीएम ने कहा कि देश तुष्टिकरण नहीं संविधान से चलेगा। देश की मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी ओबीसी, दलित और आदिवासियों का आरक्षण कभी खत्म नहीं होने देगी। साथ ही इस चुनाव में जनता मोदी और योगी सरकार के काम पर मुहर लगा रही है। चार जून को भाजपा 400 पार होगी। उत्तर प्रदेश में दो युवराजों की जोड़ी पूरी तरह फेल हो गई है।

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