लखनऊ: नैमिषारण्य तीर्थ में 5000 महिलायें करेंगी सुंदरकाण्ड महायज्ञ
लखनऊ, अमृत विचार। सत्य सनातन नारी शक्ति-लक्ष्मणपुरी, की ओर से सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल की अगुवाई में 23 जून को एक बार फिर पांच हजार मातृशक्तियों ने सुंदरकाण्ड महायज्ञ का संकल्प लिया है। इस बार यह महायज्ञ पावन तीर्थ नैमिषारण्य में होगा।
यह जानकारी सपना गोयल ने रविवार को भूतनाथ मार्केट के सावित्री प्लाजा में आयोजित मासिक संगोष्ठी के दौरान दी है। सनातन ध्वज वाहिका सपना गोयल ने 15वीं संगोष्ठी में बताया कि जिस तरह से 10 मार्च को पांच हजार मातृशक्तियों के साथ झूलेलाल घाट में राष्ट्रीय स्तर का सुंदरकांड महा पाठ करवाया गया था, ठीक उसी तरह से अब देश के विभिन्न प्रतिष्ठित तीर्थों पर भी भव्य सुंदरकाण्ड पाठ के आयोजन किये जा रहे हैं।
इसी क्रम में अब नैमिषारण्य तीर्थ में पांच हजार मातृशक्तियों की तरफ से सामूहिक सुंदरकांड का पाठ 23 जून को किया जाएगा। सपना गोयल के अनुसार नैमिषारण्य लखनऊ से 80 किलोमीटर दूर सीतापुर जिला में गोमती नदी के बाएं तट पर स्थित सिद्ध तीर्थ है।
मार्कण्डेय पुराण के अनुसार नैमिषारण्य 88000 ऋषियों की तपःस्थली रही है। अब वहां पांच हजार सनातनी महिलाओं की तरफ से सामूहिक सुंदरकांड का पाठ कर राष्ट्र उत्थान और विश्व कल्याण की कामना से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारत की पावन पुण्य भूमि संतों और देवों की भूमि है। उन संतों और देवों ने ही भारतीय संस्कृति को विश्व में अद्वितीय संस्कृति के रूप में प्रतिष्ठित किया है। उस मार्ग पर चल कर ही विश्व के मानवों का कल्याण संभव है। वास्तव में सनातन का मार्ग, धर्म विशेष तक सीमित न होकर विश्व उत्थान का मार्ग है, जो जीव के परस्पर प्रेम और समर्पण पर आधारित है।
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