कानपुर : रसोई घर में मृत मिले सेवानिवृत्त रेलवे कर्मी और उनकी पत्नी, फैली सनसनी
चमनगंज थानाक्षेत्र के श्रीनगर इलाके की घटना, डीसीपी और एसीपी ने घटनास्थल का किया निरीक्षण
फोरेंसिक टीम ने एकत्र किए घटना के साक्ष्य, सुबह बाहर न आने पर मोहल्ले वालों को हुई आशंका
कानपुर, अमृत विचार। चमनगंज थानाक्षेत्र के श्रीनगर इलाके में उस समय सनसनी फैल गई जब सेवानिवृत्त रेलवे कर्मी और उनकी पत्नी का रसोई घर में मृत मिले। सुबह जब बुजुर्ग दंपति घर के बाहर नहीं आए तो मोहल्ले वालों ने आपस में चर्चा की। जिस पर कुछ लोग दंपति के घर गए और दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद दूसरे की छत के रास्ते मकान में दरवाजे तोड़कर घुसे लोगों ने रसोईघर में दंपति के शव पड़े देखे तो उन लोगों के होश उड़ गए।
आनन-फानन घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटना के साक्ष्य एकत्र किए और दूर-दराज रहने वाले नाते रिश्तेदारों को सूचना दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी और एसीपी ने घटनास्तल की जांच की दंपति के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
प्लॉट नंबर पांच में रहने वाले बुजुर्ग दंपति 70 वर्षीय छैल बिहारी लाल और उनकी पत्नी 68 वर्षीय सुष्मा का शव मकान के पहली मंजिल पर बने रसोईघर में पड़ा मिला। पड़ोसी की सूचना पर फोरेंसिक टीम के साथ डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम, एसीपी श्वेता कुमारी सर्किल के फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फोरेंसिक टीम के अनुसार दंपति की मौत मंगलवार देर रात करीब एक बजे के आसपास हुई है।
जिसके चलते शव डिकम्पोज होना शुरु हो गया था। मुंह से खून निकला है, जिससे वह गर्मी के कारण प्रतीत हो रहा है। मुरादाबाद में रहने वाले भतीजे शरद बिहारी लाल ने बताया कि यह मकान उन लोगों का पुश्तैनी है। बताया कि चाचा छैल बिहारी रेलवे में ब्वॉयलर का काम करते थे। 10 साल पहले वह मुरादाबाद से सेवानिवृत्त हुए थे। वह अपनी पत्नी सुषमा के साथ चमनगंज के श्रीनगर स्थित दो मंजिला मकान के प्रथम तल पर रहते थे।
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वहीं उन्होंने मकान के ग्राउंड फ्लोर पर दुर्गा मंदिर बना रखा था। जिसकी साफ सफाई से लेकर पूजा पाठ भी वही करते थे। मंधना निवासी भांजी रीता कठेरिया ने बताया कि छैल बिहारी की कोई औलाद नहीं थी। उनके बड़े भाई परिवार के साथ मुरादाबाद में ही रहते हैं। बुधवार सुबह से शाम तक मंदिर में पूजा पाठ न होता और हॉकर के अखबार डालने के बाद भी न उठाने पर उनके पड़ोसी गेट के पास पहुंचे।
इसकी सूचना मोहल्ले में रहने वाले उनके एक रिश्तेदार जितेंद्र को दी। जितेंद्र जब पड़ोसी के छत के रास्ते उनके मकान की छत पर पहुंचे तो वहां भी दरवाजा बंद मिला। काफी आवाज लगाने और खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो जितेंद्र ने इसकी जानकारी मुरादाबाद निवासी उनके भतीजे शरद बिहारी को पुलिस को दी। फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची पुलिस दरवाजा तोड़कर जब भीतर दाखिल हुई तो बुजुर्ग दंपति को शव रसोईघर में पड़ा मिला। फोरेंसिक टीम ने जांच कर साक्ष्य एकत्रित किए। दंपति की मौत के बाद डीसीपी सेंट्रल ने भी रिश्तेदारों और आस पास के लोगों से जानकारी जुटाई।
मुंह से निकल रहा था खून, खाने के लिए पास रखे थे काजू
जांच करने पहुंची फोरेंसिक टीम ने बताया कि रसोईघर में मिले दंपति के मुंह से खून निकल रहा था। वहीं उनके पास में प्लेट में काजू रखे थे। प्राथमिक जांच में गर्मी के चलते हार्ट अटैक से मौत होने की बात सामने आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की असल वजह स्पष्ट होगी। एसीपी श्वेता कुमारी ने बताया कि दंपति शुगर और बीपी के मरीज थे। यह जानकारी उनकी भांजी ने दी है। शहर के एक चिकित्सक से इलाज चल रहा था। चिकित्सक से भी बातचीत की गई है। उन्होंने भी इसकी पुष्टि की है।
एलआईयू सक्रिय ली जानकारी
डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम के मुताबिक मकान के प्रथम तल पर बने रसोईघर में बुजुर्ग दंपति का शव मिला है। प्रथम दृष्टयता जांच में किसी अपराध के होने जैसी कोई भी बात सामने नहीं आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। चमनगंज जैसे अति संवेदनशील इलाके में बुजुर्ग दंपति के शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। घर के बाहर सैकड़ों लोगों की भीड़ लग गई। कमिश्नरेट के आलाधिकारी भी घटना की अपडेट लेने लगे। इसी दौरान एलआईयू भी वहां पहुंच गए और एक-एक घटना की जानकारी ली और अपने अफसरों को अपडेट कराया।
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