Stock Market Update: सरकारी कंपनियों के शेयर्स में तेजी जारी, चुनावी नतीजों के बाद मचा था हाहाकार, फिर से पकड़ी रफ्तार
कानपुर, अमृत विचार। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद मंगलवार को शेयर बाजार में हाहाकार मच गया था। चुनावी नतीजों में उलटफेर होने के चलते बाजार में चौतरफा गिरावट देखने को मिल रही थी। इसके चलते शहर के निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। लेकिन 2 दिनों से बाजार ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली। सरकारी कंपनियों के शेयर्स में 4 जून को जहां औंधे मुंह गिरावट देखने को मिल रही थी तो वहीं दो दिनों से शानदार वापसी देखने को मिल रही है।
बाजार में आम धारणा रही कि एनडीए की ही सरकार बनेगी, इसलिए पुरानी सफल पॉलिसी जारी रहने की उम्मीद है। आगे चलकर कुछ लोकलुभावने फैसले जरूर हो सकते हैं। मोदी सरकार तीसरी बार आने से अगले 5 साल में रिफार्म की रफ़्तार धीमी होने के कम आसार हैं। नई सरकार से पॉलिसी में बड़े बदलाव की आशंका नहीं है, छोटे बदलाव संभव हैं।
समाचार लिखे जाने तक निफ्टी में 113 अंकों की बढ़त के साथ 22,734 पर कारोबार हो रहा था, वहीं सेंसेक्स भी 0.44 प्रतिशत के तेजी के साथ 74,722 पर ट्रेड कर रहा था। सरकारी कंपनियों के शेयर्स में जमकर तेजी देखी गई। आरवीएनएल 4%, हुडको 7%, मजगॉन डॉक 12%, कोचीन शिपयार्ड 10%, पारस डिफेंस 8%, रेलटेल 5% ऊपर थे। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शेयर्स भी 3% की तेजी के साथ ट्रेड कर रहे थे।
वहीं पीएफसी और आरईसी भी 5 से 7% ऊपर दिखे। बीएसई के मिडकैप इंडेक्स 2.25 प्रतिशत ऊपर ट्रेड कर रहा था। वहीं स्मॉलकैप 3.20 फीसदी की तेजी के साथ ट्रेड कर रहा था।
बजट में कैपिटल गेन टैक्स बढ़ा तो बाजार पर खराब असर होगा
अगले महीने नई सरकार सम्पूर्ण बजट पेश करेगी। इसमें अगर कैपिटल गेंस टैक्स में बढ़ोतरी होती है तो बाजार के स्थिरता और निवेशकों के शेयर बाजार के प्रति विश्वास पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। अभी लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस (दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ) पर टैक्स 10 प्रतिशत है, जबकि शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस (अल्पावधि पूंजीगत लाभ) पर टैक्स 15 प्रतिशत का टैक्स लगता है।
सही शेयर का चुनाव करें और लंबे समय तक टिके रहें
आर्थिक विशेषज्ञ राजीव सिंह का कहना है कि भारत की अर्थव्यवस्था बहुत ही मजबूत स्थिति में है। गिरावट पर अच्छी ग्रोथ पोटेंशियल (विकास क्षमता) वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहिए वो भी एक बार के बजाय टुकड़ों में करें। सही शेयर का चुनाव करने के साथ ही उसमें लंबे समय तक टिके रहना भी जरूरी है। म्यूच्यूअल फण्ड एसआईपी (सिप) के जरिये निवेश अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
