Auraiya: पल्लवी हत्याकांड: हत्यारोपी पति को पुलिस ने दबोचा, फेसबुक से दोस्ती के बाद की थी लव मैरिज
औरैया, अमृत विचार। दिबियापुर थाना क्षेत्र के गांव असेनी समीप आम के बाग में शुक्रवार सुबह पत्तों के ढेर के बीच महिला का शव छिपा मिला था। मामले में शनिवार को मृतका के पिता पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे थे। पल्लवी के पिता द्वारा जहां बेटी की गला दबाकर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी गई। मृतका के पति, सास व ससुर पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं शनिवार देर शाम घटना के बाद से फरार पति को भी दिबियापुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
लखनऊ शहर के थाना नाका हिंडोला मोती नगर निवासी रामशंकर तिवारी ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि 24 फरवरी 2024 को उसने अपनी बेटी पल्लवी (20) का साईं ट्रस्ट ऐशबाग में सामूहिक विवाह सम्मेलन में सहायल थाना क्षेत्र के गांव बरू निवासी सुमित कुमार के साथ शादी कराई थी। दोनों की फोन पर बातचीत होती थी। शादी के बाद बेटी जब ससुराल पहुंची तो ससुरालीजनों ने दहेज की मांग करनी शुरू कर दी।
कई बार बेटी ने प्रताड़ित किए जाने की सूचना दी। करीब एक माह पहले पल्लवी मायके में थी। 29 मई को दामाद सुमित राठौर बेटी पल्लवी को ससुराल ले गया। पांच व छह जून को पल्लवी ने अपनी मां मनीषा को फोन से बताया कि वह पति के साथ उन्नाव व कानपुर घूमने आई है। सात जून को पल्लवी ने बताया सुमित दहेज के लिए कह रहे हैं।
ससुरालीजन को दहेज दे देना तभी वह बेटी को सही से रखेंगे। नहीं तो मार देंगे।
सात जून की शाम पल्लवी को असेनी समीप आम के बाग में ले जाकर पति सुमित, सास नीरज देवी व ससुर नरेंद्र ने गला दबाकर हत्या कर दी। उसका शव आम के बाग में पत्तों से ढका मिला था। शनिवार पोस्टमार्टम के बाद पीड़ित पिता ने पुलिस से गुहार लगाई कि बेटी का शव वापस ले जाने के लिए वाहन का इंतजाम किया जाए।
अपर पुलिस अधीक्षक दिगंबर कुशवाहा ने सीएमओ डॉ. सुनील कुमार वर्मा से बात कर वाहन का इंतजाम करवाया। शव लेकर पीड़ित परिवार लखनऊ के लिए निकल गया। अपर पुलिस अधीक्षक दिगंबर कुशवाहा ने बताया कि मृतका के पिता की तहरीर पर आरोपी पति, सास व ससुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.। सास व ससुर हिरासत में हैं। वहीं शनिवार की देर रात पुलिस ने फरार पति को दबोच लिया। थाना प्रभारी निरीक्षक मुकेश चौहान ने बताया कि फरार पति सुमित को दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके पहले मामले में पुलिस ने बताया था कि पल्लवी और सुमित की फेसबुक के जरिए दोस्ती हुई थी, जिसके बाद उन्होंने प्रेम विवाह कर लिया था।
सबकी मदद करती थी पल्लवी
मोतीनगर निवासी राम शंकर शनिवार शाम को औरैया से बेटी पल्लवी का शव लेने आये। रोते-बिलखते परिवार को सभी लोगो नें हिम्मत दी। रामशंकर की जुबान पर सिर्फ यही था कि उसकी बेटी सबकी मदद करती थी। हमेशा उसका कहा माना, लेकिन इस तरह से छोड़कर चली जाएगी पता नहीं था।
पिता ने बताया कि तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी। छह महीने पहले सुमित से शादी करने की बात कही। बेटी की बात मानकर सुमित से शादी कर दी यह नहीं पता था कि यह फैसला गलत साबित हो जाएगा। शादी के बाद से दोनों में विवाद होने लगा। प्रताड़ित करने लगे थे। फोन पर रोजाना वात करती थी, लेकिन विवाद के बारे में ज्यादा नहीं बताती थी। आवाज से परेशान लगने पर पूछा जाता था। हमेशा बात को टाल देती थी। उसके साथ क्या हो रहा था किसी को नहीं पता था। हल्की से भनक होती तो बेटी को घर ले आता।
यह था मामला-
मोती नगर निवासी रामशंकर की बेटी पल्लवी की पांच वर्ष पहले औरैया सहायल के गांव बर्रा निवासी सुमित के साथ शादी हुई थी। पांच जून को सुमित पत्नी को लेकर लखनऊ जाने की बात कहकर घर से निकला था। शुक्रवार शाम करीब चार बजे पल्लवी का शव संदिग्ध हालत में गांव से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित असैनी स्थित राम बल्लभ तिवारी के आम के बाग में पड़ा मिला था।
