पीलीभीत: बाबू को चाहिए अपना कमीशन, इसलिए मां-बेटी के समूह को नहीं भेजी धनराशि...बोला- कहीं भी चले जाओ नहीं होगा काम
पीलीभीत, अमृत विचार। अभी नगर पालिका में भुगतान करने के एवज में बीस प्रतिशत कमीशन मामले का मामला ठंडा नहीं हो सका था कि विकास विभाग और ब्लॉक स्तर से एक और तस्वीर भ्रष्टाचार से जुड़ी सामने आ गई है।
दो समूहों को इस वजह से लाभान्वित करने से वंचित कर दिया गया क्योंकि उन्होंने कर्मचारी की ओर से मांगी जा रही सुविधा शुल्क की मांग को पूरा नहीं किया। मामले की शिकायत सीडीओ से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
नरेंद्र मोदी विचार मंच के ललौरीखेड़ा ब्लॉक अध्यक्ष खेमानंद ने सीडीओ कार्यालय में दिए शिकायती पत्र में बताया कि उसकी पत्नी सोमवती गुरदत्त प्रेरणा समूह और पुत्री कल्पना देवी राधा प्रेरणा समूह की अध्यक्ष है। समूह का सारा काम लेनदेन का कार्य ब्लॉक में एक कर्मचारी देखते हैं। आरोप है कि उक्त कर्मचारी ने समूह को मिलने वाले दो रजिस्टर के एवज में पांच-पांच सौ रुपये लिए और रसीद भी नहीं दी।
इसके अलावा समूह के लिए आए पंद्रह-पंद्रह सौ रुपये मुहैया कराने के एवज में भी हजार रुपये प्रति समूह के हिसाब से सुविधा शुल्क लिया। उनकी पत्नी और पुत्री ने रुपये देने से इन्कार कर दिया। इस पर लाभ से वंचित किया गया है। ये भी धमकी दी गई है कि समूह के आने वाले 1.10 लाख रुपये भी वंचित कर देगा। जबकि अन्य समस्त समूहो को धनराशि मिल चुकी है। दो माह के इंतजार के बाद भी टरकाया जाता रहा।
कुछ अन्य लोग भी उक्त कर्मचारी के लेनदेन का काम देखते हैं। कहते हैं कि ये रकम विकास भवन तक जाती है। सुविधा शुल्क देने से मना करने पर संबंधित धनराशि पीड़ित की पत्नी और बेटी के समूह को नहीं दी गई है। मामले की जांच कराकर न्याय दिलाने की मांग की है।
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