डेढ़ लाख की आबादी पर न बस स्टैंड न पर्याप्त बसें, पांच किलोमीटर का लगाना पड़ता है चक्कर   

डेढ़ लाख की आबादी पर न बस स्टैंड न पर्याप्त बसें, पांच किलोमीटर का लगाना पड़ता है चक्कर   

भेलसर/अयोध्या, अमृत विचार। डेढ़ लाख से अधिक आबादी वाले नगर रुदौली में न तो बस स्टैंड है और न ही  रोडवेज की पर्याप्त बसें। यहां यात्रा करने के लिए नगर के लोगों पांच किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे तक बस के लिए जाना पड़ता है। जिसके कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।  
  
रुदौली से प्रतिदिन लखनऊ, फैज़ाबाद, अयोध्या एवं कानपुर जाने वाले यात्रियों की संख्या हजारों में हैं। फिर भी रुदौली में सरकारी बसों का कोई इंतजाम नहीं है। नगर से मात्र दो बसें सुबह लखनऊ जाती है। इसके बाद यदि किसी को भी यात्रा करनी है तो उसको नगर से 5 किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे भेलसर जाकर बस पकड़ना पड़ता है। नेशनल हाईवे पर बसों के ठहराव का स्थान तय न होने से यात्रियों को बस पकड़ने के लिए सड़क पर इधर से उधर भागना पड़ता है। नेशनल हाईवे किनारे बसे गांव भी अब कस्बे का रूप लेते जा रहे हैं। मार्केट भी बढ़ती जा रही है। लोगों का आवागमन भी बढ़ रहा है। राहगीर सड़क किनारे खड़े होकर वाहनों का इंतजार करते हैं। कई बार तो बस आती है और यात्री बसों को रोकने का इशारा करते रहते है पर बस तेजी से बिना रुके निकल जाती है। यात्री वहीं रुके हुए दूसरी बस आने का इंतज़ार करते है। अक्सर बसें सड़क पर कभी आगे रुकती है तो कभी पीछे और सवारियों को उतार कर चली जाती है। यहाँ महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों के बैठने के लिए यात्री शेड जैसी बुनियादी सुविधा भी नहीं है। नगरवासी सुधीर तिवारी, अमित कसौधन, नसीर अहमद, रवि शुक्ला, मलिक जावेद, जितेंद्र मिश्रा एवं शैलेंद्र मिश्रा ने नगर में सरकारी बसों को बढ़ाने एवं रुदौली में बस स्टैंड बनवाने की मांग की है।

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