Exclusive: Unnao में वन कुलदेवी और देवताओं के नाम से पौधे लगायेगा वन विभाग...इस बार जिले मे इतने लाख पौधे लगाने का लक्ष्य

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Published By Nitesh Mishra
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वन कुलदेवी और देवताओं के नाम से पौधे लगायेगा वन विभाग

उन्नाव, (दीपक मिश्रा)। उन्नाव में हरियाली बढ़ाने के लिये वन विभाग आगामी मानसून को लेकर तैयारियां पूरी कर चुका है। इस बार जुलाई माह में 57 लाख से अधिक पौधे अन्य विभागों सहित मंदिर परिसरों में कुल देवी-देवताओं के नाम से भी लगाए जाएंगे। जिसमें छायादार व फलदार पौधे शामिल होंगे। देवी-देवताओं के नाम से पौधे लगाने की प्रथा को पहली बार अमल में लाया जा रहा है। 

बता दें कि जिले में इस बार हरियाली बढ़ाने लिए वन विभाग ने 57 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। आने वाले मानसून में पौधरोपण करने के लिए पूरी तैयारी विभाग ने कर ली है। साथ ही इस बार जन सहभागिता बढ़ाने के लिए विभाग नये प्रयोग भी करने को तैयार है। इस अभियान में विभाग खास तौर पर बच्चों, युवाओं व बुजुर्गों को जोड़ने के लिए बाल वन, युवा वन, शक्ति उपवन, वरिष्ठ उपवन स्थापित करेगा।

साथ ही हरियाली को आस्था से जोड़ने के लिए भी प्रयास किया जा रहा है। जिससे अधिकांश लोगों की भागीदारी हो सके। अबकी बार वन विभाग के क्षेत्र में आने वाले मंदिरों में प्रसाद के रूप में भी पौधों का वितरण करायेगा। साथ ही कुल देवता वन की स्थापना भी करेगा। जिसमें लोग अपने कुल देती-देवताओ के नाम से वन में पौधे लगा सकेंगे। वहीं भाई-बहन के पर्व रक्षाबंधन पर बहन-भाई को पौधे लगाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जायेगा।

पौधों को रक्षा सूत्र बांधकर उनको पौधरोपण करने को प्रेरित भी किया जायेगा।   हरियाली बढ़ाने के लिए विभिन्न सरकारी व अर्द्ध सरकारी विभागों को भी पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है। इनके अलावा संगठनों व आम लोगों की भागीदारी तय करने के प्रयास चल रहे हैं। जिससे अधिक से अधिक पौधे लगाये जा सकें। 

100 वर्ष से पुराने बचे हैं सिर्फ 36 पेड़ 

जिले में 100 वर्ष से पुराने पेड़ों में नीम व बरगद के 36 पेड़ ही बचे हैं। जबकि 4 हजार 589 वर्ग किमी में  जिले का क्षेत्र फैला है। इसमें हरियाली सिर्फ 264.59 वर्ग किमी ही है।

वन विभाग की 26 नर्सरियों में पौधे होते हैं तैयार

विभाग के पास पौधा तैयार करने के लिए 26 नर्सरी हैं। जिसमें पौधे तैयार किये जाते हैं। वन विभाग के पास नवाबगंज रेंज, लालपुर, तेजीखेड़ा, पर्यटन रेंज, नवई, अजगैन, पछौरा, चमियानी, रूपपुर, तकिया, दूंदपुर, जोरावरपुर, डडिया, सुनीरा, नवाबाद ग्रंट, ऊगू रेलवे यार्ड, ऊगू रेलवे यार्ड पश्चिमी, ब्योली इस्लामाबाद, कांटी, झंझरी, पसैना व माखी रेलवे यार्ड में नर्सरी आदि। 

जिले में विकास के नाम पर 30899 पेड़ काटे गये

-गंगा एक्सप्रेस-वे निर्माण में-176144 
-लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे निर्माण में-282
-गोरखपुर गैस पाइप लाइन कांडला में-617
-उन्नाव-लालगंज मार्ग में-12426

बीते दो वर्षो में लगाएं गए पौधे

-वर्ष 2020, 2021-- 4891996
-वर्ष 2021, 2022-- 5754741
-वर्ष 2022,2023 -- 6515710
-वर्ष 2023,2024 -- 6640805

पौधे लगाने को 27 विभागों को दिया गया लक्ष्य

1-वन विभाग-1405000
2-पर्यावरण विभाग-266000
3-ग्राम्य विभाग-2502000
4-पंचायती राज विभाग-255000
5-राजस्व विभाग-210000
6-आवास विकास विभाग-7000
7-औद्योगिक विभाग-7000
8-नगर विकास-33000
9-लोक निर्माण विभाग-17000
10-जल शक्ति विभाग-18000
11-रेशम विभाग-19000
12-कृषि विभाग-499000
13-पशुपालन विभाग-6000
14-सहकारिता विभाग-11200
15-उद्योग विभाग-13000
16-विद्युत विभाग-4480
17-माध्यमिक शिक्षा-15000
18-बेसिक शिक्षा-24000
19-प्रावधिक शिक्षा-8000
20-उच्च शिक्षा-28000
21-श्रम विभाग-3600
22-स्वास्थ्य विभाग-12000
23-परिवहन विभाग-3400
24-रेलवे विभाग-11000
25-रक्षा विभाग-6000
26-उद्यान विभाग-309000
27-गृह विभाग-9240

बोले एसडीओ वन…

SDM वन संतोष कुमार वर्मा ने बताया कि चोरी छिपे पेड़ों की कटाई, फैक्ट्रियों का प्रदूषण हरियाली बढ़ाने में परेशानी बन रहा है। हर वर्ष विभागों को पौधरोपण की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। इस बार भी विभागों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। मानसून का इंतजार है आते ही पौधरोपण शुरू कराया जायेगा।

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