Bareilly News: किसानों की मुश्किल, जमीन बंधक रखकर मांग रहे हैं कर्ज...फिर नहीं मिल रही है मंजूरी
अनुपम सिंह, बरेली, अमृत विचार। किसानों को कर्ज के बगैर अपने जीवन की गाड़ी खींचना मुश्किल पड़ रहा है। इसके लिए वे अपनी जमीन तक बंधक रखने के लिए तैयार हैं लेकिन तमाम किसानों को इसके बावजूद कर्ज नहीं मिल पा रहा है।
जिले में 1777 ऐसे किसान हैं जिन्हें आवेदन के कई महीनों बाद भी सरकारी योजनाओं के तहत कर्ज नहीं मिल पाया है। इनमें सर्वाधिक किसान 493 किसान आंवला तहसील के हैं जहां गिरता भूजल स्तर उनकी लगातार परीक्षा ले रहा है। शासन की ओर से लंबित आवेदनों पर नाराजगी जताई जा चुकी है लेकिन फिर भी उनके निस्तारण में तेजी नहीं आई है।
केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किसानों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन इसके बाद भी खेती-बाड़ी से होने वाली आय से उनके परिवारों का जीवन यापन नहीं हो पा रहा है। इसी कारण उन्हें न सिर्फ अपनी जमीन बंधक रखकर कर्ज लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है बल्कि कर्ज मंजूर कराने के लिए भी जंग लड़नी पड़ रही है। भूलेख पोर्टल के भूमि बंधक डैशबोर्ड के लंबित आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। इस पोर्टल पर बैंकों से कर्ज लेने वाले किसानों का ब्योरा सितंबर 2023 से ऑनलाइन किया गया है। दस महीनों का यह आंकड़ा जिले भर से कर्ज के लिए 35,334 किसानों के आवेदन करने की पुष्टि कर रहा है।
ब्योरे के मुताबिक अलग-अलग कारण बताकर इनमें से 2370 किसानों के आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। बाकी 31614 आवेदन अग्रसारित कर 31187 किसानों के नाम बैंक लोन के लिए खतौनी में दर्ज कर दिए गए हैं लेकिन 1777 किसानों के आवेदन लंबित हैं और महीनों बाद भी उनका निस्तारण नहीं किया गया है। इनमें 493 किसान आंवला के हैं। इसके बाद 403 मीरगंज और 332 नवाबगंज के हैं। बहेड़ी तहसील में 233, बरेली में 175 और फरीदपुर तहसील के 142 किसानों के आवेदन स्वीकृति का इंतजार कर रहे हैं। यह आंकड़ा 31 मई तक का है। बताया जा रहा है कि जून के आवेदन जोड़ने से यह संख्या और बढ़ सकती है।
लंबित आवेदनों पर खेद जता चुका है शासन
भूलेख पोर्टल के भूमि बंधक डैशबोर्ड पर बैंकों की ओर से ऑनलाइन बंधक और बंधक मुक्त आवेदनों का समय से निस्तारण न हो पाने पर शासन ने नाराजगी जाहिर की है। 18 जून को लखनऊ में हुई प्रदेशस्तरीय समीक्षा बैठक में पाया गया कि लंबित 34363 आवेदनों में 19265 तहसीलदार, 11724 तहसील कार्यालय और 3374 निबंधन विभाग में लंबित हैं। इसी तरह जमीनों को बंधक मुक्त कराने के 1947 आवेदन लंंबित हैं। इनमें तहसील स्तर पर 1470, तहसील कार्यालय पर 424 और निबंधन विभाग में 53 आवेदन लंबित हैं। इस स्थिति को शासन ने खेदजनक भी बताया है।
बहेड़ी के किसानों के सर्वाधिक आवेदन निरस्त
सितंबर 2023 से 31 मई 2024 तक पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के मुताबिक नवाबगंज में सबसे ज्यादा 7377, बहेड़ी में 6468, आंवला में 6572, फरीदपुर में 6268, बरेली में 5191, मीरगंज में 3458 किसानों ने आवेदन किए हैं। सबसे ज्यादा 1399 आवेदन बहेड़ी तहसील के किसानों के निरस्त किए हैं। मीरगंज के 710, फरीदपुर के 142, बरेली के 100, आंवला के नौ और नवाबगंज के 10 आवेदन अलग-अलग कारणों से निरस्त किए गए हैं।
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