Kanpur: गुजरात मॉडल पर शहर में विकसित होंगी मलिन बस्तियां, बहुमंजिला भवन में आवास के साथ मिलेंगी ये सभी सुविधाएं...

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। शहर में गुजरात मॉडल पर मलिन बस्तियों का विकास किया जाएगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नगर निगम के अधिकारियों ने मलिन बस्ती का चयन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। फिलहाल एक मलिन बस्ती का पुनरुद्धार किया जाएगा। 

चयनित मलिन बस्ती में बहुमंजिला आवासीय परिसर के साथ ही स्कूल, मार्केट, पार्क जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। विजय नगर या जूही की एक मलिन बस्ती में यह योजना लागू हो सकती है। अधिकारी इसका खाका तैयार करने में जुटे हैं। इन बस्तियों में पीएम आवास योजना की भी झलक दिखेगी। बस्ती में विकसित होने वाली मार्केट में दुकानें भी बस्ती के लोगों को ही एलॉट की जाएंगी, ताकि उनका जीवकोपार्जन हो सके। 
  
शहर में 390 मलिन बस्तियों में 10 लाख से ज्यादा आबादी रहती है। स्मार्ट सिटी के तहत कई योजनाएं तो बनी हैं, लेकिन मलिन बस्तियों के विकास के लिए कोई खाका नहीं तैयार किया गया है। कई बार मलिन बस्तियों को मल्टी स्टोरी में बदलने की बात चली। केडीए ने इस बारे में योजना भी बनाई।  जूही राखी मंडी की तस्वीर बदलने का प्लान बना, लेकिन बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। मौजूद हाल यह है कि मलिन बस्तियों में विकास तो दूर पानी और जल निकासी की व्यवस्था तक नहीं है। 

बस्ती के लोग पानी दूर से लाते हैं। कूड़ा उठता नहीं है। गंदगी की वजह से संक्रामक बीमारियां फैलती हैं। पार्षद नवीन पंडित ने बताया कि कानपुर में विजयनगर और दबौली वेस्ट मलिन बस्तियों में रहने वाले परिवारों को भी पीपीपी मॉडल पर पक्के मकान बनाकर दिए जाने की योजना तैयार हुई थी। इसके लिए डूडा ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मलिन बस्तियों का सर्वे शुरू किया। लेकिन अभी तक इसका लाभ नहीं मिल सका है। 

बस्तियों की आधी जमीन का होगा व्यावसायिक इस्तेमाल    

नगर निगम अधिकारियों के अनुसार कानपुर के साथ ही प्रदेश के अन्य शहरों में भी राज्य सरकार की जमीन पर तमाम बस्तियां बसी हैं। इन्हें स्थाई करने की योजना है। योजना के मुताबिक बस्तियों को तोड़कर खाली होने वाली जमीन में आधे स्थान पर दुकानें आदि बनाकर भूमि का व्यावसायिक उपयोग किया जाएगा। इससे होने वाली आय से शेष जमीन पर चार मंजिला मकान बनाए जाएंगे। इन मकानों का आवंटन बस्ती में रहने वाले लोगों को ही किया जाएगा। 

यहां स्थित हैं मलिन बस्तियां

गोविंद नगर में धर्मेंद्र नगर, रामआसरे नगर, शिवनगर, गोपालनगर, संजयनगर, आंबेडकर नगर मलिन बस्तियां हैं। जूही, उस्मानपुर, खाड़ेपुर, ढकनापुरवा. किदवईनगर, तरबगिया, तिवारीपुर, संजय नगर, नई बस्ती, जाजमऊ, परदेवन पुरवा, गांधीग्राम, बीबीपुर, बाबाघाट, विजय नगर, ईदगाह, शास्त्रीनगर, रानीघाट जाजमऊ समेत अधिकतर बस्तियों के निवासी मूलभूत समस्याओं के लिए जूझ रहे हैं। 

मुख्यमंत्री के निर्देश का पालन कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। योजना से मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में काफी सुधार आएगा। सरकार लगातार गरीबों के हित में कार्य कर रही है।- प्रमिला पांडेय, महापौर

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