बाराबंकी: सरयू का घट रहा जलस्तर, कई गांवों पर मंडराया कटान का खतरा

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Published By Jagat Mishra
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रामनगर/ बाराबंकी,अमृत विचार। सरयू नदी का जलस्तर तेजी से घट रहा है जिससे कटान का खतरा बढ़ा है। हालांकि बाढ़ का पानी गांवों व खेतो में भरा है। जिससे संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका बनी हुई है। बुधवार की अपेक्षा नदी का जलस्तर तेजी से घटकर गुरुवार की शाम 6 बजे खतरे के निशान 106.70 से 16 सेंटीमीटर ऊपर रहा। लगातार घट रहे जलस्तर से बाढ़ पीड़ितों ने राहत की सांस ली है। लेकिन जो बाढ़ का पानी खेतों व गांवो में पहुंच गया था। वह अभी जमा है। जिससे बाढ़ की जद में आने वाले गांवों के लोगों की समस्याएं अभी कम नहीं हुई हैं। नदी की तलहटी में बसे गांव जमका, खुज्जी, कोरिनपुरवा और तपेसिपाह सहित दर्जनों गांवों में नदी की कटान का खतरा मंडराने लगा है। जानवरों के लिए चारे की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। ग्राम सुंदर नगर के 36 परिवार तटबंध पर बसे हैं। जिनके लिए तिरपाल, प्रकाश स्वास्थ्य भोजन पानी आदि की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। गुरुवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पहुंचीं प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टर पूजा ने पीड़ितों से बातचीत कर उनकी समस्याएं जानीं और जल्द समधान का आश्वासन दिया। एसडीएम पवन कुमार, तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह भी लगातार पीड़ितों का हाल जान रहे हैं। 

यह गांव भी प्रभावित
बारिश और डिस्चार्ज किए गए पानी में लगातार हो रही कमी के बाद सरयू नदी का जलस्तर तो सामान्य हो रहा है, लेकिन अब भी लोगों की दुश्वारियां बरकरार हैं। गांवों में कटान का खतरा मंडराने लगा है। जिसको लेकर बाढ़ खंड के जिम्मेदार अलर्ट हैं। तटबंध के साथ ही ऊंचे स्थानों पर लोग शरण लिए हुए हैं। पशुओं के सामने चारे का संकट अभी बना हुआ है। बाढ़ पीड़ितों को खाना मुहैया कराया जा रहा है।

शनिवार की रात हेतमापुर इलाके में आई बाढ़ के कारण पहले गांवों में फिर लोगों के घरों में पानी भर गया था। कचनापुर, बेलहारी, बलईपुर, सुन्दरनगर, मदराहा, कोडरी, मधवपुरवा, बाबापुरवा और क्योलीपुरवा सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुसने से यहां के लोगों ने सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन किया था। चार दिनों के बाद गुरूवार को बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है। वहीं तहसील, स्वास्थ्स विभाग व अन्य की टीमें भी तटबंध पर डेरा डाले हुए हैं।

वर्जन-
सरयू नदी का जलस्तर तेजी से घट रहा है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। जिला प्रशान बाढ़ ग्रस्त इलाकों में लगातार नजर बनाए हुए हैं। हमारी राजस्व, स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात हैं। बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की जा रही है। -डॉ. अरुण कुमार सिंह, एडीएम।

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