Kanpur: सिकंदरा- घाटमपुर- बिंदकी मार्ग का चौड़ीकरण के लिए हुआ सर्वे; उप्र राज्य राजमार्ग प्राधिकरण ने नामित किया कंसल्टेंट
कानपुर, अमृत विचार। भोगनीपुर-चौडगरा के बजाय अब सिकंदरा से भोगनीपुर होते हुए चौडगरा तक जाने वाले स्टेट हाईवे को फोरलेन बनाया जाएगा। पहले भोगनीपुर- घाटमपुर से चौडगरा तक इस मार्ग को फोरलेन किया जाना था। जिसमें उप्र राज्य राजमार्ग प्राधिकरण ने 1136.44 करोड़ बजट तैयार किया था। कार्यदायी संस्था का चयन होने के बाद कंपनी ने अपने हाथ पीछे खींच लिए, जिसके बाद प्रक्रिया रद हो गई थी। अकबरपुर सांसद की पहल के बाद प्रक्रिया फिर शुरू हुई है। प्राधिकरण प्रोजेक्ट की दोबारा डीपीआर तैयार करा रहा है, जिसके लिए कंसल्टेंट का चयन कर सर्वे शुरू करा दिया गया है।
झांसी और इटावा की ओर से प्रयागराज, चौडगरा की ओर से जाने वाले वाहनों को अभी फतेहपुर के रास्ते जाना होता है, जिस कारण उन्हें कई किलोमीटर की लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। सिकंदरा से भोगनीपुर होते हुए चौडगरा जाने के लिए टू लेन मार्ग है, जिस पर भारी ट्रैफिक लोड रहता है और मार्ग भी जर्जर है। इस समस्या के समाधान के लिए 3 साल पहले भोगनीपुर से घाटमपुर होते हुए चौडगरा तक स्टेट हाईवे को फोरलेन निर्माण की योजना तैयार की गई थी।
मार्ग के चौड़ीकरण से झांसी की ओर से आने वाले भारी वाहन को फतेहपुर आवागमन का रास्ता आसान हो जाता। फोरलेन निर्माण के लिए पिछले साल टेंडर प्रक्रिया भी की गई, जिसमें 7 कंपनियों ने हिस्सेदारी की थी। कार्यदायी संस्था के चयन के बाद कंपनी ने घाटे का सौदा बताते हुए कार्य करने से मना किया तो उस पर जुर्माना लगा कर करीब पांच माह पहले प्रोजेक्ट को रोक दिया गया था।
अकबरपुर सांसद देवेंद्र सिंह भोले की पहल पर अब तय किया गया है कि इसका विस्तार सिकंदरा तक किया जाएगा। इसके साथ ही उप्र राज्य राजमार्ग प्राधिकरण ने सिंकदरा से चौडगरा तक चौड़ीकरण के लिए एक बार फिर से फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के लिए कंसल्टेंट टीम का चयन किया है, जिसने सर्वे शुरू कर दिया है। करीब छह माह में डीपीआर तैयार होने के बाद शासन से अनुमति मिलते ही टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
27 किमी लंबाई और बढ़ेगी, होगा भूमि अधिग्रहण
भोगनीपुर, घाटमपुर और चौडगरा रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनेगा। घाटमपुर में 4.6 किलोमीटर लंबा एक बाईपास बनाया जाएगा। भोगनीपुर से चौडगरा तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। अब भोगनीपुर से सिकंदरा के बीच भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। पहले 82.53 किलोमीटर लंबे इस हाईवे का चौड़ीकरण होना था अब लंबाई 27 किलोमीटर और बढ़ जाएगी। भूमि अधिग्रहण पर तीन सौ करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जा चुका है।
पीपीपी मॉडल पर होगा निर्माण
प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप मॉडल पर स्टेट हाईवे का चौड़ीकरण का कार्य होना है। डिजाइन विल्ड फाइनेंस आपरेट एंड ट्रांसफर मोड के तहत निर्माण एजेंसी ही पूरी धनराशि खर्च करेगी और टोल टैक्स की वसूली कर लागत और मुनाफा निकालेगी।
सिकंदरा तक मार्ग को चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है। ऐसे में नए सिरे से फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर तैयार होनी है, जिसके लिए कंसल्टेंट कंपनी का चयन कर लिया गया है। जल्द ही कंसल्टेंट डीपीआर तैयार करने का कार्य शुरू करेंगे। छह माह के भीतर कंपनी डीपीआर सौंपेगी।– शिव लाल यादव, जीएम (तकनीकी)
