बाराबंकी: घर से गायब किशोरी का नहर में मिला शव, हत्या की आशंका
पुल के पास मिली बाली और माला, 200 मीटर दूर मिला शव
सतरिख/बाराबंकी, अमृत विचार। दो दिन पहले घर से निकली लापता छात्रा का शव शनिवार की सुबह नहर की झाल में फंसा हुआ मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। फिलहाल, पुलिस जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है।
जैदपुर थाना क्षेत्र के हरख गांव निवासी छात्रा दिव्यांशी चौहान पुत्री विनय कुमार चौहान (14 वर्ष) शहर स्थित साईं इंटर कॉलेज बड़ेल में कक्षा नौ की छात्रा थी। बीते गुरुवार को वह विद्यालय से परीक्षा देकर वापस घर पहुंची थी। उसके बाद वह किसी से मोबाइल पर बात कर रही थी। इसी दौरान बड़ी बहन दिव्या ने उसे बात करते हुए देख लिया। जिसपर बड़ी बहन ने पापा से शिकायत करने की बात कही। जिससे वह डर एवं सहम गई और इसी बात को लेकर नाराज हो गई। उसके बाद वह घर से कहीं चली गई।
परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन छात्रा का कुछ पता नहीं चल सका। पुत्री के नहीं मिलने पर पिता ने थाने में उसी शाम में लापता होने की तहरीर दी। पिता की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस खोजबीन कर ही रही थी कि शनिवार सुबह जैदपुर थाना क्षेत्र के हरख गांव के पास ही नवाबगंज रजबहा में खारजा के पास उसका शव झाल में फंसा हुआ मिला। सुबह उसी दौरान कुछ किसान खेत गए हुए थे। शव देखकर किसान ने सूचना गांव में दी। घटना स्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
सूचना पर सीओ सदर सुमित त्रिपाठी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस की सूचना पर लापता छात्रा के परिजन भी मौके पर पहुंचे और शव की शिनाख्त दिव्यांशी के रूप में की। छात्रा का शव पुल से 200 मीटर की दूरी पर मिला है। जबकि छात्रा की बाली और माला पुल के पास ही पड़ी मिली। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जांच में पुलिस ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम को शामिल नहीं किया है। माता-पिता के साथ परिजनों ने हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है।
लापता हुई छात्रा का शव नहर की झाल में मिला है। मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। पुलिस हर पहलुओं पर जांच कर रही है। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी-सुमित कुमार त्रिपाठी, सीओ सदर।
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