बाराबंकी: आयकर कार्यालय में प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त ने किया करदाता सुविधा केंद्र का शुभारंभ, टैक्सपेयर्स को बताया राष्ट्र का निर्माता

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Published By Deepak Mishra
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बाराबंकी, अमृत विचार। मुख्य प्रधान आयकर आयुक्त पूर्वी उत्तर प्रदेश लखनऊ विवेक मिश्रा ने कहा कि करदाता सुविधा केन्द्र का पूरा उपयोग करें और अधिक संख्या में आयकर रिटर्न दाखिल करके कर आधार बढ़ाने में सुविधा प्रदान करें। प्रत्येक आयकरदाता राष्ट्र का निर्मिता है।

विवेक मिश्र ने यह बात शुक्रवार को शहर के आयकर कार्यालय परिसर में करदाताओं के लिए शुरु हुए कर सुविधा केंद्र के शुभारंभ के अवसर पर मौजूद लोगों से कही। उन्होंने कहा कि करदाता यहां आकर विभाग संबंधी जानकारी हासिल कर सकेगा। टैक्स देने में किसी प्रकार की हो रही असुविधा को आसानी से दूर किया जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक आयकरदाता राष्ट्र का निर्मिता है। करदाता सुविधा केन्द्र जिले के करदाताओं को महत्वपूर्ण सेवाएं और सहायता प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है। केंद्र में मासिक सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित करने, कर संबंधी वीडियो और फिल्में चलाने और करदाताओं को शिक्षित करने के लिए पैम्पलेट, ब्रोशर और किताबें प्रदान करने जैसी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

इसके अलावा, यह आईटीआर दाखिल करने, सुधार, पैन से संबंधित कार्य, व्यापार करने में आसानी, 26क्यूबी फाइलिंग, चालान बेमेल, शिकायत निवारण, ट्रेसेस संबंधित मामले, आईटीएस सुधार से संबंधित विभिन्न सेवाएं और सहायता प्रदान करने के लिए सुविधा केंद्र के रूप में काम करेगा। इसके अलावा करदाताओं को ई-सत्यापन, टैक्स क्रेडिट, वरिष्ठ नागरिकों को आईटीआर दाखिल करने में भी मदद मिलेगी। 

वहीं प्रधान आयकर आयुक्त प्रथम लखनऊ मीनाक्षी सिंह ने कहा कि जिले में करदाता सुविधा केंद्र की स्थापना का मुख्य उदेश्य इस क्षेत्र में करदाताओं के लिए आयकर विभाग से संबंधित सभी जानकारियों एवं अन्य सेवाओं को एक जगह पर उपलब्ध कराना होगा।

आयकर की धारा 148 एवं 148ए की नोटिसों व मामलों को देखते समय यह पाया गया कि इस क्षेत्र में जागरूकता के अभाव में करदाताओं ने ई-फाइलिंग पोर्टल पर भूमि अधिग्रहण से संबन्धित मामलों में तथा टीडीएस से संबंधित 26एएस के विभाग की भेजी गई नोटिसों का संज्ञान नहीं ले पाए और उसका उचित उत्तर नहीं दे पाए। जिससे कई मामलों में आयकर की डिमाण्ड खड़ी हो गई। इसलिए इस केंद्र के खोलने की आवश्यकता समझी गई।

वहीं मुख्य आयकर आयुक्त सुनील बाजयेई ने कहा कि पहले विभाग द्वारा दंडात्मक कार्रवाई ज्यादा होती थी। टैक्सपेयर्स और विभाग से संवाद नहीं होता था पर अब इसमें बदलाव हुआ है और दोनों के बीच दूरियां कम हुईं हैं। कार्यक्रम का समापन संबोधन संयुक्त आयकर आयुक्त रेंज थ्री प्रीति सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी में आईटीओ राजकुमारी तो हिंदी में आईटीओ गौरव दयाल ने किया।

इससे पहले व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रदीप जैन और इनकम टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन वैश्य तथा टैक्स अधिवक्तओं ने भी उच्चाधिकारियों को कुछ आयकरदाताओं के हित में कुछ सुझाव भी दिए। इस मौके पर आयकर अधिकारी बाराबंकी रितेश कुमार, सहायक आयकर आयुक्त लखनऊ प्रबोध कुमार, आयकर अधिकारी लखनऊ नीरज श्रीवास्तव, आयकर अधिकारी लखनऊ अरबिट मिश्रा, आयकर कर्मचारी महासंघ पूर्वी उ.प्र. क्षेत्र लखनऊ के महासचिव रवीन्द्र सिंह, सीए विपिन जैन सहित फतेहपुर, नवाबगंज, रामनगर, हैदरगढ़, सिरौली गौसपुर और रामसनेही घाट तहसीलों के व्यापार संघों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

बच्चों ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम

शहर के जीआईसी व जीजीआईसी के बच्चों ने सरस्वती वंदना के साथ स्वागत प्रस्तुत किया। वहीं विद्यालय के होनहार विद्यार्थियों को मुख्य अतिथियों द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। इनमें नैना, आकांक्षा, सारा मुबीन, माही, छवि, भूमि, प्रिया, रिया, पियूष, उत्कर्ष, शिवम, रोहित और यश शामिल रहे। वहीं मुख्य अतिथियों ने कार्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया।

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