लखनऊ : खतरे में जिंदगी डाल रहीं मानक विहीन लिफ्ट

बिल्डरों और ठेकेदारों में कमीशन का खेल, बिना परीक्षण के एनओसी

लखनऊ :  खतरे में जिंदगी डाल रहीं मानक विहीन लिफ्ट

लखनऊ, अमृत विचार। शहर की ज्यादातर आवासीय, व्यवसायिक और सरकारी बहुमंजिला इमारतों में लगी मानक विहीन लिफ्ट लोगों की जिंदगी खतरे में डाल रही हैं। लिफ्टें अक्सर चलते-चलते बीच में बंद होने से लोग उसमें फंस जाते हैं। बच्चों, बुजुर्गों और बीमारों को ज्यादा परेशानी होती है। समस्या उन निजी व सरकारी अपार्टमेंट में ज्यादा है, जहां बिल्डरों और ठेकेदारों ने कमीशन के खेल में गुणवत्ताहीन लिफ्ट लगा दी और संबंधित विभागों ने बिना परीक्षण के संचालन की एनओसी जारी कर दी।

इमारतों में लगी लिफ्ट की मरम्मत प्रत्येक वर्ष कराने का नियम है। किंतु सरकारी भवनों में विभाग व अपार्टमेंट में रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) की ओर से मरम्मत नहीं कराई जाती है। इस वजह से लिफ्ट का सही संचालन नहीं हो पाता। बारिश में लिफ्ट ज्यादा खराब होती है, रखरखाव में लापरवाही से पानी तक भर जाता है। कुछ अपार्टमेंट में लिफ्ट की मानक के अनुसार क्षमता कम है, तो कुछ अपार्टमेंट में ब्रांडेड कंपनी की लिफ्ट नहीं लगी है।

सनब्रीज के चार टॉवर की लिफ्ट अक्सर रहती खराब

अयोध्या रोड स्थित सनब्रीज अपार्टमेंट के 12 टॉवर में 24 लिफ्ट लगी हैं। इनमें एक से चार टॉवर की लिफ्ट ब्रांडेड कंपनी की न होने के कारण अक्सर खराब होती है, यहां रहने वाले लोग उसमें फंसते हैं। आरडब्ल्यूए की शिकायत पर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने संबंधित बिल्डर को कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट मांगी थी, जो लापरवाही के कारण लंबित है।

सृष्टि अपार्टमेंट में लगाए गए ऑपरेटर

कुर्सी रोड स्थित लखनऊ विकास प्राधिकरण के सृष्टि अपार्टमेंट की लिफ्ट का रोजाना बंद होना और उसमें लोगों के फंस जाने को अधिकारियों ने संज्ञान लेकर पूर्व में दो ऑपरेटर 12-12 घंटे के लिए तैनात किए हैं। जो लोगों के फंसने पर उन्हें बाहर निकालते हैं। इसके अलावा पारिजात, स्मृति, सरगम, जनेश्वर आदि अपार्टमेंट में यह समस्या बनी हुई है।

केस 1- 25 जुलाई : अयोध्या रोड स्थित सनब्रीज अपार्टमेंट के टॉवर-8 में रहने वाली शालिनी शर्मा नीचे आते समय लिफ्ट बंद होने पर फंस गईं। उनके द्वारा फोन करने पर अपार्टमेंट के लोगों ने 20 मिनट बाद बाहर निकाला।

केस 2- 2 अगस्त : अयोध्या रोड स्थित सनब्रीज अपार्टमेंट के टॉवर-5 में सुप्रिया सिंह नीचे आते समय लिफ्ट बंद होने पर फंस गईं। उन्हें भी करीब 20 मिनट बाद लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला।

 केस 3- 30 जुलाई : कुर्सी रोड स्थित लखनऊ विकास प्राधिकरण के स्मृति अपार्टमेंट में ई-टॉवर की लिफ्ट खराब होने पर फ्लैट संख्या 606 में रहने वाले अनुज फंस गए। जिन्हें 15 मिनट बाद बाहर निकाला गया।

केस 4- इसी माह कुर्सी रोड स्थित जनेश्वर एन्क्लेव के बी टॉवर में लाइट जाने पर लिफ्ट बंद हो गई। उसमें दो बच्चे फंस गए। जिन्हें पांच मिनट बाद बाहर निकाला गया।


लखनऊ जनकल्याण महासमिति के उपाध्यक्ष विवेक शर्मा ने बताया कि लिफ्ट बहुखंडीय इमारतों की रीढ़ की हड्डी होती है। इसके खराब होने पर सोसाइटी के लोग असहाय हो जाते हैं। लिफ्ट अधिनियम तत्काल लागू किया जाए। कुर्सी रोड स्थित स्मृति अपार्टमेंट के आवंटी विकास सिंह का कहना है कि लिफ्ट रोजाना बंद होती है और लोग फंसते हैं। जो फ्लैटों पर काम करने वाले आते हैं उनकी कोई गिनती नहीं है। आरडब्ल्यूए का गठन न होने के कारण मरम्मत आदि की जिम्मेदारी एलडीए की है। वहीं, लखनऊ विकास प्राधिकरण के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि हैंडओवर अपार्टमेंट की देखरेख व मेंटीनेंस की जिम्मेदारी आरडब्ल्यूए की है, जो अपार्टमेंट हैंडओवर नहीं हुए उनकी देखरेख एलडीए करता है। यदि किसी तरह की कमी है वह दूर की जाएगी।

यह भी पढ़ें- तिहरा हत्याकांड : हिस्ट्रीशीटर लल्लन खां के बेटे फराज अहमद के 11.29 लाख रुपये सीज