कासगंज: तबाही का मंजर देख फूट पड़ा ग्रामीणों का गुस्सा, लगाया जाम
दो घंटे बदायूं मैनपुरी मार्ग रहा अवरुद्ध लगी लम्बी लम्बी कतारें
गंजडुंडवारा, अमृत विचार। तराई क्षेत्र में गंगा की तबाही से परेशान ग्रामीणों का सब्र टूट चुका है। बांध टूटने के बाद गांव के बिगड़ते हालातों को देखते हुए आक्रोशित ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। नेथरा के ग्रामीणों ने कादरगंज के समीप बदायूं मैनपुरी मार्ग जाम कर दिया। लाठी डंडे लेकर महिलाए भी प्रदर्शन में शामिल हुई।
नैथरा मे कटान से क्षतिग्रस्त बांध की मरम्मत मे सिचांई विभाग लगातार लगा हुआ था। लेकिन मंगलवार शाम सिचांई विभाग के मंसूबो पर तब पानी फिर गया जब तेज कटान के चलते बांध 300 मीटर के दायरे मे पूर्णतः कट गया। जिससे गंगा का पानी टूटें बांध से गुजर तेजी से आगे स्थित मनरेगा बांध से टक्कराने लगा। जो कि पहले से ही कमजोर है। तेज धार का रुख कादरगंज सहित आसपास गांव की ओर होता देख ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ गई। बुधवार दोपहर नैथरा, बरीवगवास, कादरगंज, तरसी, बरौना सहित कई गांवो के आक्रोशित पुरुष व महिलाए सिंचाई विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न उठाते सड़कों पर उतर प्रदर्शन करने लगे। ग्रामीण महिलाओं के साथ बंदायू हाईवे पर बैठ गए। बाढ़ पर काबू पाने के लिए पक्के बांध के निर्माण कराया जाने की मांग करने लगीं। लाठी डंडो से लैस ग्रामीणों द्वारा हाईवे पर बल्ली एवं बेरिकेट लगा दिए गए। मार्ग अवरुद्ध होने के चलते जाम के हालात बन गए। हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं। जाम की सूचना पर सिकंदरपुर कोतवाली प्रभारी बृजपाल एवं कादरगंज चौकी प्रभारी मय पुलिस बल मौके पर पहुंच गए। जाम खुलवाने के भरकस प्रयास किए गए, लेकिन आक्रोशित ग्रामीण महिलाए नहीं मानी और वरिष्ठ अधिकारियो को बुलाने की बात कही। 2 घंटे तक जाम लगा रहा।
आश्वासन के बाद खोला जाम
एसडीएम पटियाली कुलदीप सिंह ने बताया कि ग्रामीणों को पक्के बांध बनाए जाने की की मांग पर रुपरेखा तैयार कर शासन को भेजने समेत नैथरा पर कटे कच्चे बांध को सिचांई विभाग द्वारा तीव्र गति से कार्य करा दुरुस्त करा आसपास के गांवो को बाढ़ से बचाए जाने का अश्वासन दिया गया। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीण शांत हुए और जाम खोल दिया।