दारोगा बोला- अच्छा.. भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष.. अब तो तुम्हारा चालान जरूर होगा... भड़के भाजपा कार्यकर्ता

Amrit Vichar Network
Published By Ankit Yadav
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गुस्साए कार्यकर्ताओं का सिंगाही चौराहा पर जमकर हंगामा, एसपी ने खुद संभाली कमान 

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। एसपी के आदेश पर रविवार की देर शाम चलाए गए वाहन चेकिंग अभियान के दौरान कस्बा सिंगाही में बखेड़ा हो गया। कस्बे के मुख्य चौराहे पर वाहन चेकिंग कर रही सिंगाही पुलिस ने भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष की कार रोक ली। उनके परिचय देने पर दरोगा बोला, अच्छा.. भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष.. अब तो तुम्हारा चालान जरूर होगा। यह कहते हुए अभद्रता शुरू कर दी। इसकी जानकारी होते ही सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता चौराहा पर पहुंच गए। मुख्य चौराहा पर आधी रात तक हंगामा होता रहा। प्रदेश संगठन के नाराजगी जताने पर एसपी हरकत में आए और मामले की जांच सीओ पलिया को सौंपी है।

कस्बा बेलरायां निवासी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष श्यामजी पांडेय शनिवार को पार्टी के चलाए जा रहे सदस्यता अभियान कार्यक्रम में भाग लेने निघासन गए थे। वह देर शाम अपनी कार से वापस घर जा रहे थे। इधर एसपी गणेश प्रसाद साहा के आदेश पर जिले भर में पुलिस सड़कों पर उतरकर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रही थी। सिंगाही पुलिस भी कस्बे के मुख्य चौराहा पर वाहनों को रोककर कागजों को चेक कर रही थी। इसी बीच दो सिपाहियों ने भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष की कार मुख्य चौराहा पर रोक ली। वह सीट बेल्ट नहीं लगाए थे। इस पर सिपाहियों ने उनकी वीडियोग्राफी की। पूर्व जिलाध्यक्ष ने बताया कि इसी बीच दरोगा राणा प्रताप आ गए। उन्होंने चालान करने की बात कही। इस पर उन्होंने अपना परिचय दिया। परिचय सुनते ही दरोगा भड़क उठा। उसने कहा कि पूर्व जिलाध्यक्ष हो.. अब तो तुम्हारा चालान जरूर होगा। 

आरोप है कि इतना कहते हुए दरोगा अभद्रता करने पर उतर आया। किसी ने इसकी खबर भाजपा के अन्य पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को दी। कुछ ही देर में सैकड़ों कार्यकर्ता चौराहा पर पहुंच गए और हंगामा करने लगे। भीड़ बढ़ते देख पुलिस मौके से खिसक गई। गुस्साए कार्यकर्ता आरोपी दरोगा के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। इससे पुलिस के हाथ पांव फूल गए। सूचना पाकर प्रभारी निरीक्षक अमित सिंह भदौरिया पहुंचे और समझाने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ता कार्रवाई की मांग को लेकर अड़ गए। निकट आधी रात तक हंगामा चलता रहा। मामला प्रदेश संगठन तक पहुंचा। संगठन के नाराजगी जाहिर करने पर एसपी गणेश प्रसाद साहा ने कमान संभाली और पूर्व जिलाध्यक्ष से वार्ता की और कार्रवाई का आश्वासन दिया। एसपी ने पूरे प्रकरण की जांच सीओ पलिया को सौंपी है।

एएसपी के बिगड़े बोल.. आपको परिचय देना ही नहीं चाहिए था 

भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष श्यामजी पांडेय ने बताया कि जब उन्होंने पूरे मामले की शिकायत मोबाइल पर कॉल कर एएसपी पूर्वी पवन गौतम से की तो उन्होने उल्टे ही उन्हें नसीहत दे डाली। एएसपी बोले, आपको को चालान करा लेना चाहिए था। पुलिस सरकारी कार्य कर रही थी। भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष बताने की क्या जरूरत थी। एएसपी के बिगड़े बोल पर मामला और अधिक तूल पकड़ गया। इसकी शिकायत प्रदेश संगठन से की गई। इसके बाद अफसर हरकत में आए और एसपी ने मामले को संभालने के लिए खुद कमान संभाली। पूर्व जिलाध्यक्ष से वार्ता कर जांच की बात कहकर मामले को शांत कराया।

"दरोगा से कार का चालान करने की बात को लेकर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष से कुछ बातचीत हो गई थी। प्रकरण की जांच सीओ पलिया से कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एएसपी और पूर्व जिलाध्यक्ष के बीच क्या वार्ता हुई। इसकी मुझे जानकारी नहीं है।" -  

गणेश प्रसाद साहा, एसपी

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