गोरखपुर में 'सुपर गाय छाप' नकली डिटर्जेंट उत्पादों पर छापा, हिमांशु गुप्ता की फैक्ट्री पर कार्रवाई
गोरखपुर, अमृत विचार। गोरखपुर स्थित उड़ान इंटरप्राइजेज नामक फैक्ट्री पर गुरुवार को छापा मारा गया, जहां 'सुपर गाय छाप' नाम से नकली डिटर्जेंट उत्पाद बनाए और बेचे जा रहे थे। इस कार्रवाई का नेतृत्व कोर्ट द्वारा नियुक्त लोकल कमिश्नर तनिष्क शर्मा और वादी के अधिवक्ता रोशन कुमार के द्वारा किया गया।
फैक्ट्री के मालिक हिमांशु गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने असली 'गाय छाप' की नकल की पैकेजिंग में 'सुपर गाय छाप' के नाम से डिटर्जेंट का उत्पादन और विक्रय कर ग्राहकों को भ्रमित किया। वादी सुनील निरंजन शाह, जो 'शाबरोक इंडिया' के मालिक है, ने हिमांशु गुप्ता पर उनके ब्रांड 'गाय छाप' की नकल कर नकली उत्पाद बनाने और बेचने का आरोप लगाया है।
शाह का दावा है कि उनके पिता ने 1975 में 'गाय छाप' ब्रांड की शुरुआत की थी, और यह ब्रांड उच्च गुणवत्ता वाले डिटर्जेंट उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है। शाह के अनुसार, हिमांशु गुप्ता की फैक्ट्री 'उड़ान इंटरप्राइजेज' में 'गाय छाप' की नकल की गई पैकेजिंग के साथ 'सुपर गाय छाप' के नाम से डिटर्जेंट का उत्पादन और विक्रय किया जा रहा था, जिससे उपभोक्ताओं को भ्रमित किया जा रहा था और उनके ब्रांड को गंभीर नुकसान हो रहा था।
छापामारी के दौरान बड़ी मात्रा में नकली उत्पाद, पैकेजिंग सामग्री और उत्पादन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए। वादी के अधिवक्ता रोशन कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई नकली उत्पादों की रोकथाम और उपभोक्ताओं के हितों की सुरक्षा के लिए की गई है।
यह मामला ट्रेडमार्क उल्लंघन के महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालता है, और इसकी सुनवाई से भविष्य में ऐसे मामलों में मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। शाह ने उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि वे नकली उत्पादों से सावधान रहें और केवल प्रामाणिक दुकानों से ही 'गाय छाप' ब्रांड के उत्पाद खरीदें।