हल्द्वानी: दुग्ध संघ में काम करने वाला मुकेश बोरा का एक और मददगार फंसा

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। जेल में बंद नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा एक और मददगार पुलिस के चंगुल में फंस चुका है। यह आरोपी दुग्ध संघ में ही काम करता है और फरारी के दौरान उसने मुकेश बोरा को मोबाइल और सिम कार्ड उपलब्ध कराए थे। परिवहन कर अधिकारी, धारी की ब्लॉक प्रमुख, निवर्तमान पालिकाध्यक्ष व प्रॉपर्टी डीलर के बाद ये पांचवा आरोपी है, जिसका नाम पुलिस ने मुकदमे में शामिल करने जा रही है। 

बता दें कि मुकेश बोरा के खिलाफ एक सितंबर को लालकुआं कोतवाली में दुष्कर्म और पॉक्सो की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता पीड़िता भी दुग्ध संघ में आउटसोर्स के जरिये काम करती है। आरोप है कि आउटसोर्स की नौकरी को पक्का करने का झांसा देकर मुकेश ने न सिर्फ उसके साथ दुष्कर्म किया, बल्कि उसकी नाबालिग बेटी से भी छेड़छाड़ की।

घटना के बाद से फरार मुकेश बोरा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट से स्टे लिया था, लेकिन स्टे की तारीख खत्म होने से पहले ही वह फिर फरार हो गया। फरारी में परिवहन कर अधिकारी नंदन आर्या, नंदन की पत्नी धारी ब्लॉक प्रमुख आशा रानी, भीमताल के निवर्तमान पालिका अध्यक्ष देवेंद्र चनौतिया और ट्रांसपोर्टर व प्रॉपर्टी डीलर सुरेंद्र सिंह परिहार ने मदद की। इन सभी को मुकदमे में शामिल किया जा चुका है। 

पुलिस की जारी जांच में रविवार को एक और नाम शामिल हो गया। दुग्ध संघ के वित्त विभाग में ठेके पर काम करने वाले कामगार राजेंद्र सिंह रैक्वाल के खिलाफ पुलिस को मजबूत साक्ष्य मिले हैं। पुलिस के अनुसार राजेंद्र ने मुकेश बोरा को फरार होने के दौरान मोबाइल फोन और सिमकार्ड उपलब्ध कराए थे। फरारी के दौरान वह लगातार न सिर्फ मुकेश के संपर्क में था, बल्कि पुलिस की हर गतिविधि की सूचना भी उस तक पहुंचा रहा था। सीओ सिटी नितिन लोहनी ने बताया कि जल्द ही आरोपी का नाम मुकदमे में शामिल किया जाएगा। 

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