Video: गोंडा में चौकी इंचार्ज ने युवती को पकड़कर घसीटा, महिलाओं से की अभद्रता, पीड़िता का आरोप- कपड़े भी फाड़े

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
On

नवाबगंज/गोंडा, अमृत विचार। गोंडा जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के खुर्दाबाद गांव में मारपीट की सूचना पर पहुंची सरयू घाट चौकी पुलिस ने महिलाओं के साथ अभद्रता की। इस दौरान चौकी इंचार्ज ने एक युवती को पकड़कर घसीटने की कोशिश भी की। हालांकि जब उन्होने एक महिला को वीडियो बनाते देखा तो युवती को छोड़ दिया। इस विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीड़ित महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र चौकी इंचार्ज समेत पांच पुलिसकर्मियों पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है और आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

एसपी विनीत जायसवाल को दिए गए शिकायती पत्र में खुरदाबाद गांव की रहने वाली संगीता पत्नी जितेंद्र व रंजना पत्नी विजयपाल ने कहा कि उन दोनों को पति जितेंद्र व विजयपाल एक मामले में बीते 24 अक्टूबर से जेल में बंद हैं। मामले के सह अभियुक्त अनंतराम से उन लोगों का कोई वास्ता भी नहीं है। अनंतराम बंटवारा करके अलग रहते हैं।  रविवार की दोपहर में सरयू घाट पुलिस चौकी इंचार्ज कुछ पुलिस कर्मियों के साथ आए और घर में घुसकर अभद्रता करते हुए मारपीट करने लगे। 

महिलाओं का आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने उनके कपड़े भी फाड़ दिए और एक युवती को घसीटकर पुलिस वैन में बैठाने का प्रयास किया। महिलाओं ने एसपी को घटना से संबंधित वीडियो भी दिखाया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीड़ित महिलाओं ने एसपी से आरोपी चौकी प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

वहीं सरयू घाट पुलिस चौकी इंचार्ज संजीव कुमार सिंह ने बताया कि अनंतराम यादव थाने का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है। यह सभी लोग आपस में झगड़ा कर रहे थे। सूचना पर जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो महिलाएं महिला पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई करने लगी। उन्होने हंगामा कर रही युवती को पकड़कर अलग किया था। अभद्रता करने व कपड़े फाड़ने का आरोप निराधार है। 

समझिए क्या था पूरा मामला 

दरअसल नवाबगंज थाना क्षेत्र के सरयू घाट चौकी पुलिस रविवार को क्षेत्र के जफरापुर गांव के मजरा खुरदाबाद में रविवार को मस्तराम यादव व विजयपाल के परिवार की महिलाओं के बीच विवाद हो गया था। मस्तराम की सूचना पर पुलिस गांव पहुंची थी। महिलाओं के बीच विवाद की सूचना के चलते महिला पुलिसकर्मी भी टीम के साथ थी। बताया जा रहा है कि जब महिला पुलिसकर्मियों ने विवाद कर रही महिलाओं को समझाने की कोशिश की तो एक युवती उग्र हो गयी और वह महिला सिपाहियों से उलझ गयी। 

महिला सिपाहियों उलझता देख चौकी प्रभारी संजीव कुमार सिंह ने युवती को खींचकर अलग किया। इसी बीच छत पर खड़ी एक महिला ने घटना का वीडियो बना लिया और पुलिस टीम पर अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में साफ दिखाई भी दे रहा है कि किस तरह गांव की महिलाओं व महिला पुलिसकर्मियों के बीच खींचतान हो रही है। 

यह थी विवाद की असली वजह 

दरअसल रविवार को मस्तराम यादव की दो लड़कियां प्रीति और प्रिया अपने छत पर गेहूं सुखा रहीं थीं। इसी दौरान विजयपाल और जितेन्द्र की पत्नी पंखा लगाकर धान की ओसाई करने लगी। धान ओसाई करते समय निकलने वाली धूल मस्तराम की छत तक पहुंच रही थी। प्रिया और प्रीति ने इसका विरोध किया तो विवाद बढ़ गया। दोनों घरों की महिलाओं के बीच मारपीट शुरू हो गयी।

इसकी सूचना मस्तराम यादव ने पुलिस को दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा रही थी कि अचानक एक युवती उग्र हो गई। इसी युवती को चौकी प्रभारी संजीव कुमार सिंह ने खींचकर घर में ले जाने का प्रयास किया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

यह भी पढ़ें:-सच्चाई सामने आ रही... प्रधानमंत्री मोदी ने की गोधरा कांड पर बनी फिल्म 'साबरमती रिपोर्ट' की तारीफ

संबंधित समाचार