बरेली: मुसलमानों के साथ देश का कानून भी हो रहा है अपमानित- तौकीर रजा

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
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बरेली, अमृत विचार : इत्तेहाद-ए-मिल्लत कौंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा है कि मुसलमानों के साथ देश के कानून को भी प्रताड़ित और अपमानित किया जा रहा है। संभल की घटना इसका ताजा उदाहरण है जहां मुसलमानों के बच्चों को मारकर उन्हें ही मुल्जिम करार दे दिया गया। उन्होंने कहा कि संभल में कोई दंगा नहीं हुआ, सभी युवक पुलिस की गोली से मारे गए हैं।

दिल्ली से बुधवार को बरेली लौटे आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने अपने आवास पर बैठक की जिसमें शहर के कई सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी और वकील लोग शामिल हुए। बैठक में संभल में पांच लोगों के मारे जाने और मौजूदा हालात पर चर्चा के दौरान मौलाना तौकीर ने कहा कि वरशिप एक्ट 1991 की अनदेखी कर जिस तरह एक के बाद एक मस्जिदों में मंदिर ढूंढे जा रहे हैं, उसका मकसद सिर्फ मुसलमानों को अपमानित और प्रताड़ित करना है।

मौलाना ने कहा कि इस एक्ट में बाबरी मस्जिद को छोड़कर और किसी भी धर्मस्थल के साथ कोई छेड़छाड़ या मूलस्वरूप बदलने पर भी सजा का प्रावधान है, लेकिन इसके बाद भी अदालतों में सर्वे याचिकाएं दाखिल हो रही हैं। कुछ ही घंटों में उन पर फैसले सुनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में आईएमसी की ओर से वकीलों की एक टीम काम में लगी है। जल्द ही मंथन कर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।

आईएमसी प्रमुख ने कहा कि वायरल हुए वीडियो सर्वे टीम के साथ भीड़ धार्मिक नारे लगाते हुए जाती नजर आ रही है, इससे ज्यादा शर्मनाक और क्या हो सकता है। बोले, अब संभल से खबरें आ रही हैं कि मुसलमानों के घरों में घुसकर तोड़फोड़ की जा रही है। वहां जुल्म हो रहा है, बाहर से किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है। कोई चाहकर भी मारे गए लोगों के जनाजे में शरीक नहीं हो सकता। मौलाना ने कहा कि वह बहुत जल्द संभल जाएंगे, वहां लोगों से मुलाकात कर उनकी हर मुमकिन मदद की जाएगी।

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