World AIDS Day: टैटू बनवाने में लापरवाही बना सकती है एड्स रोगी...टैटू बनवाते समय इन बातों का रखें ध्यान, एड्स से ऐसे करें बचाव
विश्व एड्स दिवस थीम-अधिकार का रास्ता अपनाएं, मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार
कानपुर, अमृत विचार। कल्याणपुर के एक युवक ने शौक के लिए मेले में हाथ में टैटू बनवाया तो कुछ माह बाद उसकी तबीयत खराब होने लगी। बुखार व कमजोरी होने पर कई जगह दिखाया, लेकिन उसे आराम नहीं मिला तो डॉक्टर ने एचआईवी की जांच कराई, जिसमे रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जबकि युवक के मुताबिक उसने न खून चढ़वाया और न ही किसी से शारीरिक संबंध बनाए। इसी तरह शिवराजपुर की एक युवती के साथ भी ऐसा ही हुआ। 1 दिसंबर को लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है।
यह कहानी सिर्फ कल्याणपुर के युवक और शिवराजपुर की युवती की ही नहीं है, बल्कि ऐसे कई लोगों की है जो लापरवाही से टैटू बनवाने के बाद एचआईवी पाजीटिव हुए। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज स्थित एंटी रेट्रोवायरल ट्रीटमेंट (एआरटी) सेंटर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मनीराम गौतम ने बताया कि सेंटर में एचआईवी संक्रमित मरीजों की काउंसलिंग की जाती है, जिनसे पूछताछ में पता चलता है कि कुछ मरीजों ने न तो असुरक्षित यौन संबंध बनाए और न ही उन्हें संक्रमित खून चढ़ा था। लेकिन उन्होंने शरीर में टैटू बनवाने की बात जरूर कबूली।
कई जगहों पर टैटू बनाने वाले जरूरी मानकों का पालन नहीं करते है, खासकर मेले जैसी जगहों पर। एक ही सुई से कई लोगों के टैटू बनाने पर व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। जिला एचआईवी/एड्स के नोडल अधिकारी डॉ.आरपी मिश्रा ने बताया कि टैटू जिस सुई से बनाया जाता है, वह काफी महंगी होती है।
नियमानुसार किसी एक व्यक्ति का टैटू बनाने के बाद उस सुई को नष्ट करना जरूर होता है। टैटू बनवाने वाले लोग इस खतरे से अनभिज्ञ होते हैं। ऐसे में यदि किसी भी एचआईवी संक्रमित का उस सुई से टैटू बना होगा तो अन्य लोगों में एचआईवी का खतरा होने की पूरी आशंका होती है।
मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार, 2024 की थीम
जिला एचआईवी/एड्स के नोडल अधिकारी डॉ.आरपी मिश्रा ने बताया कि एड्स रोगियों में टीबी संक्रमण को देखते हुए सरकार ने उनकी टीबी की जांच अनिवार्य कर दी है। विशेषज्ञों के मुताबिक एड्स बीमारी का अभी कोई सटीक इलाज नहीं है। इसलिए बचाव ही इसका इलाज है। इस रोग के प्रति जागरूक करने के लिए हर वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। विश्व एड्स दिवस 2024 की थीम है अधिकार का रास्ता अपनाएं, मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार है।
टैटू बनवाते समय इन बातों का रखें ध्यान
नोडल अधिकारी डॉ.आरपी मिश्रा के मुताबिक टैटू गुदवाने से पहले काफी सावधानी बरतनी चाहिए। पैसे बचाने के चक्कर में किसी मेले में या फेरी वाले से टैटू बनवाना भारी पड़ सकता है। टैटू बनवाने से पहले यह जरूर देखना चाहिए कि उसने मशीन में नई सुई लगायी है या नहीं। यदि वह नई सुई नहीं लगाए है तो भूल कर भी उससे टैटू नहीं बनवाना चाहिए। इसके साथ ही जिन लोगों ने अभी हाल में ही टैटू बनवाएं हो उन्हें अपनी एचआईवी जांच जरूर करानी चाहिए।
एड्स से ऐसे करें बचाव
- असुरक्षित यौन संबंध न बनाएं
- जीवनसाथी के प्रति वफादार रहें
- कंडोम का प्रयोग करें
- लक्षण दिखने पर समय से जांच कराए
- नियमित रक्तदान करते रहें
- सिरिंज के इस्तेमाल के बाद उसे सामने ही नष्ट कराएं
- सभी गर्भवतियों को एचआईवी जांच जरूरी करानी चाहिए
- एचआईवी संक्रमित गर्भवती का चिकित्सक की देखरेख में प्रसव हो
- सरकारी या पंजीकृत ब्लड बैंक से ही ब्लड लें
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