लखीमपुर खीरी: मितौली थाने को बताया सपा कार्यालय, जानिए क्यों छह घंटे तक भाजपाइयों ने काटा हंगामा
पूर्व राज्यसभा सांसद धरने पर बैठे, कस्ता, गोला विधायक और जिलाध्यक्ष भी पहुंचे
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। मारपीट के मामले में भाजपा कार्यकर्ता का थाने में उत्पीड़न होने से पूर्व राज्यसभा सांसद जुगुल किशोर भड़क गए। वह रविवार को तमाम लोगों के साथ थाना मितौली पहुंचे और थाने का घेराव कर कोतवाली गेट पर धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि थाना सपा का कार्यालय बना है। यहां की शिकायत एसपी भी नहीं सुनते। वह आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। करीब छह घंटे तक चले घेराव के बाद पुलिस ने सपा के पूर्व विधायक सुनील लाला के भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत पांच के नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। तब जाकर लोग माने और घेराव समाप्त किया।
मितौली कस्बे में शनिवार रात दो पक्षों में मारपीट हो गई थी। इसी को लेकर दोनों पक्ष रविवार की दोपहर थाना मितौली पहुंचे थे। बताते हैं कि एक पक्ष से सपा के पूर्व विधायक सुनील लाला के भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख रांम खेलावन उर्फ छोटे भी थाने पहुंच गए। बातचीत के बाद दोनों पक्ष थाने से बाहर निकल रहे थे। इस बीच वह फिर आपस में भिड़ गए। आरोप है कि पुलिस ने एक पक्ष के भाजपा कार्यकर्ता प्रदीप शुक्ला को थाने में बैठा लिया, जबकि दूसरे पक्ष को घर भेज दिया। इसकी जानकारी जब पूर्व राज्यसभा सांसद जुगुल किशोर को हुई तो वह भड़क गए। गुस्साए पूर्व राज्यसभा सांसद जुगुल किशोर तमाम कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे और घेराव कर गेट पर ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने प्रभारी निरीक्षक मितौली को जमकर खरी खोटी सुनाई। पुलिस की कार्यशैली पर तमाम सवाल खड़े किए। इससे पुलिस के हाथ पांव फूल गए। इंस्पेक्टर क्राइम संतोष कुमार ने उन्हें कई बार समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। इसी बीच मौके पर पहुंचे सीओ शमशेर बहादुर सिंह भी पहुंचे। उनके समझाने पर पूर्व राज्यसभा सांसद करीब 45 मिनट बाद जमीन से उठकर कुर्सियों पर जा बैठे।
कस्ता विधायक समेत तमाम भाजपा नेता पहुंचे
जुगुल किशोर के थाने में ही धरने पर बैठ जाने की खबर फैलते ही उनके बेटे कस्ता विधायक सौरभ सिंह सोनू, गोला विधायक अमन गिरी, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, जिला मंत्री बृजेश सिंह सहित काफी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता थाने पर आ डटे। भाजपाई आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने और गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। इस पर पुलिस बैक फुट पर आ गई। पुलिस ने प्रदीप शुक्ला की तहरीर पर विभू वाजपेई, शिव सागर वाजपेई, टानू वाजपेई, हनुमान वाजपेयी, पूर्व विधायक सुनील लाला के भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम खेलावन उर्फ छोटे व 25 अज्ञात के खिलाफ संगीन धाराओं रिपोर्ट दर्ज की है।
तहरीर में यह लगा है आरोप
पीड़ित प्रदीप शुक्ला की ओर से दी गई तहरीर में बताया गया है कि शनिवार रात करीब 12 बजे गांव के ही विभू बाजपेई, शिवसागर बाजपेई, टानू बाजपेई व हनुमान बाजपेई अपने 20-25 साथियों के साथ घर पर ईंट पत्थरों से हमला कर दिया। इस बात की सूचना रात को ही पुलिस को दी गई थी। रविवार दोपहर वह पुलिस को तहरीर देने थाने गए थे। करीब 45 मिनट बाद थाने से निकलने पर पूर्व सपा विधायक सुनील लाला के छोटे भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख रामखेलावन उर्फ छोटे, विभू बाजपेई, शिवसागर बाजपेई, टानू बाजपेई व हनुमान बाजपेई ने संयोजित तरीके से जान से मारने की नियत से अवैध तमंचा तान दिया व लात घूसों से मारने पीटने लगे। शोर सुनकर पुलिस के अलावा मौके पर मौजूद पूर्व प्रधान दिनेश मास्टर आदि ने जान बचाई।
सपा नेता पूर्व प्रमुख ने आरोपों को नकारा
सपा नेता पूर्व ब्लाक प्रमुख रामखेलावन उर्फ छोटे ने बताया जो आरोप लगाये जा रहे हैं। वह सरासर झूठ है। बाजपेयी पक्ष की ओर से सुलह समझौते के लिए बुलाया गया था। उधर दूसरे पक्ष से पूर्व प्रधान दिनेश मास्टर गए थे। इस दौरान दोनो पक्ष आपस में भिड़ गये। मैंने किसी के ऊपर हाथ नहीं उठाया। कैमरा देख ले, पुलिस के पास सभी साक्ष्य मौजूद हैं। मेरे पर लगायें गये आरोप निराधार हैं।
