Kanpur: छात्रवृत्ति में लापरवाही पर खफा हुए जिलाधिकारी, स्कूल प्रबंधकों को सुधार के लिए इस दिन तक दिया मौका...
कानपुर, अमृत विचार। छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दिलाने के मामले में लापरवाही पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने नाराजगी जताई है। जिला समाज कल्याण अधिकारी के साथ स्कूल प्रबंधकों को भी सुधार लाने के लिए 15 दिसंबर तक का मौका दिया है। इसके बाद मान्यता रद की जाएगी। पिछड़ा वर्ग छात्रवृत्ति में 124 स्कूल ऐसे मिले हैं, जिन्होंने एक भी आवेदन आगे नहीं बढ़ाया है। अब इसकी निगरानी भी होगी।
छात्रवृत्ति प्रकरणों की जिलाधिकारी ने जब समीक्षा की तो पता चला कि प्री-मैट्रिक के 664 संस्थानों के सापेक्ष 177, पोस्ट मैट्रिक के 441 के सापेक्ष 152, अन्य दशमोत्तर शिक्षण संस्थानों के 413 के सापेक्ष 286 शिक्षण संस्थानों के छात्रवृत्ति नोडल अधिकारियों के अब बायोमीट्रिक सत्यापन हुए हैं। इस पर जिलाधिकारी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी शिल्पी सिंह समेत संबंधित अधिकारियों से नाराजगी जताई। कहा कि 10 दिसंबर तक हर हाल में नोडल अफसर बायोमीट्रिक सत्यापन करा लें।
केवाईसी के बाद जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर बायोमीट्रिक सत्यापन कराने के लिए डीआइओएस व सीएसजेएमयू के प्रतिनिधि को निर्देश दिया। इसी तरह शिक्षण संस्थानों की ओर से सामान्य वर्ग के 15612 के सापेक्ष 1137, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के 14,841 छात्रों के सापेक्ष 1,401 छात्रवृत्ति आवेदन पत्रों को ही अग्रसारित करने पर नाराजगी जताई। कहा कि अपात्र आवेदन पत्रों को निरस्त कर बाकी जल्द आगे बढ़ाए जाएं।
मास्टर डाटा लॉक कर हार्ड कॉपी जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय में उपलब्ध नहीं कराने वालों को नोटिस देने के लिए कहा। उन्होंने पिछड़ा वर्ग के छात्रवृत्ति आवेदनों को लेकर 15 दिसंबर तक सब ठीक करने को कहा, नहीं तो मान्यता रद होगी, ऐसा पोस्ट एक्स पर किया है। कहा कि कोई भी पात्र छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति से वंचित न रहें। 15 दिसंबर को दोबारा बैठक में अधिकारी प्रगति साथ लेकर आएं।
