Kanpur: दुश्वारियों के जख्म पर सिर्फ मेट्रो का मलहम, शहर के प्रमुख बाजारों से जुड़े पांच नए स्टेशनों से उपलब्ध होगी यात्री सेवा
कानपुर, अमृत विचार। वर्ष 2024 में विकास की राह पर तमाम दुश्वारियों के बीच सिर्फ मेट्रो का काम ही आगे बढ़ता नजर आया। नए साल में जल्दी ही मेट्रो सेवा न सिर्फ पांच नये स्टेशनों से उपलब्ध होगी, बल्कि आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक पहुंचाएगी। इसके साथ ही शहर में पहली बार मेट्रो भूमिगत सुरंग में यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी। उम्मीद है कि साल के अंत तक पहले कॉरिडोर आईआईटी से नौबस्ता का काम भी पूरा हो जाएगा और दूसरे कॉरिडोर पर भी मेट्रो के निर्माण कार्य को आकार मिल जाएगा।
बीते तीन साल से मोतीझील के आगे मेट्रो सेवा शुरू होने की आस में लोग चुन्नीगंज, परेड, बड़ा चौराहा, फूलबाग, नरोना के साथ कानपुर सेंट्रल स्टेशन के आसपास टूटी सड़कों, रूट डायवर्जन और धूल की समस्या झेल रहे थे, हालांकि काम पूरा होने के साथ अधिकतर स्थानों पर अब रास्ते खुल गए हैं। इसी के साथ नए साल में 5 नए अंडरग्राउंड स्टेशनों के साथ कानपुर मेट्रो सेंट्रल स्टेशन तक पहुंचने वाली है।
अभी 24 किमी लंबे कॉरिडोर-1 (आईआईटी-नौबस्ता) के अंतर्गत मेट्रो की यात्री सेवाएं आईआईटी से मोतीझील तक 9 किमी लंबे एलिवेटेड रूट पर चल रही हैं। नए विस्तार से यात्रियों को आईआईटी से सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो की यात्रा का लाभ मिलेगा। नए स्टेशन चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज और कानपुर सेंट्रल, प्रमुख बाजारों और व्यस्तम इलाकों से जुड़े हैं। इन स्टेशनों से मेट्रो सेवा शुरू होने से शहर के भीतर यातायात में सुधार के साथ वायु प्रदूषण में कमी आएगी। आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी। लोगों को और लोग तेज, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल नगरीय परिवहन सुलभ होगा।
कानपुर मेट्रो के अधिकारियों का कहना है कि कुछ ही दिनों के भीतर आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक नियमित ट्रायल रन की शुरुआत होगी। स्टेशनों पर बचे हुए काम पूरे किये जा रहे हैं। उधर, 8.60 किमी लंबे कॉरिडोर-2 (सीएसए-बर्रा 8) का निर्माण कार्य भी तेज गति से चल रहा है। इस कॉरिडोर में सीएसए, रावतपुर, देवकी चौराहा, डबल पुलिया, विजय नगर होते हुए बर्रा आठ स्टेशनों का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
