500 वर्षों के संघर्ष के बाद सनातन समाज को बाद मिला यह अवसर: ऋषिकेश उपाध्याय 

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Published By Muskan Dixit
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अयोध्या, अमृत विचार: 500 वर्षों के संघर्षों के बाद सनातन समाज को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाने का अवसर मिला है। "प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ हम सबके लिए गौरव और आनंद का विषय है। हम सभी को मंदिर आन्दोलन में शहीद हुए कार्य सेवकों को भी श्रध्दांजलि देनी चाहिए।" यह बात नगर निगम के प्रथम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने भरतकुंड नंदीग्राम में शनिवार शाम आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। 

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प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर यहां आयोजित कार्यक्रम में जहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों से कलाकारों ने अपनी श्रद्धा निवेदित की वहीं जरूरतमंद लोगों को कंबल का वितरण भी किया गया। भारत कुंड महोत्सव न्यास द्वारा आयोजित कार्यक्रम में संस्कृति विभाग से कई कलाकारों ने अपनी मोहक प्रस्तुतियां से उपस्थित जनसमूह का दिल जीत लिया। नटराज कला संस्कृति मंच के अम्बरीष चंद्र पांडेय एवं उनकी टीम ने भगवान राम के जीवन पर विभिन्न लोक गायन और लोक नृत्य प्रस्तुत कर खूब वाहवाही बटोरी। वहीं ओमप्रकाश निराला की टीम ने भी अवधी गायन व नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का दिल जीत लिया। देर शाम को सुरों के बेताज बादशाह मानस दास शरभ महाराज ने भगवान राम के मनमोहक भजन प्रस्तुत किए।

इस अवसर पर महोत्सव के अध्यक्ष डॉ अंजनी कुमार पांडेय और भारत कुंड सभासद रामकृष्ण पांडेय, भोलेंद्र गोस्वामी ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर राकेश तिवारी, डिंपल तिवारी, रीता तिवारी, प्रियंका शर्मा, साहब दीन गौड़, अंकित उपाध्याय, अर्चना द्विवेदी, बृजेंद्र दुबे, पंकज पाठक, शत्रुघ्न मोदनवाल, कौशल शुक्ला, अंशिका सिंह, रोली तिवारी, दिवाकर शर्मा, राजकिशोर पांडेय और राधेश्याम शुक्ल आदि उपस्थित रहे।

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