नैनीतालः मार्च तक रहेगा सर्दी का असर, चलेगा बारिश-बर्फबारी का दौर

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Published By Pawan Singh Kunwar
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फरवरी में भी बारिश और हिमपात का अनुमान, मार्च तक रहेगा असर मैदानी इलाकों में मध्यम से घना कोहरा छाया रहेगा, यलो अलर्ट

नैनीताल, अमृत विचार: उत्तराखंड राज्य में इस बार सर्दी के देर तक सताने का अनुमान है। अभी फरवरी तक बारिश-बर्फबारी का दौर चल सकता है, जिसका असर मार्च तक रह सकता है। 22 जनवरी को फिर से मौसम विभाग ने भारी बर्फबारी होने की संभावना जतायी है, इससे तापमान में गिरावट आएगी।


 दरअसल, इस सीजन में सर्दी ने शुरुआत थोड़ा देर से की। जनवरी के पहले सप्ताह से उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में कई बार भारी बर्फबारी हो चुकी है जबकि हल्का हिमपात तो इस सीजन में सामान्य बात है। मैदानी इलाकों में अभी तक भारी बारिश नहीं हुई लेकिन बारिश और बर्फबारी के असर से कई बार शीत दिवस की स्थिति बन चुकी है। कभी बारिश और बर्फबारी तो कभी चटख धूप खिलना, जनवरी के अभी तक इन दिनों की तरह मौसम आगे भी रहने का अनुमान है। 


इस सीजन में अभी तक एक बात और खास बात सामने आई है कि इस बार बर्फबारी का प्रतिशत पिछले वर्षों के मुकाबले जहां ज्यादा रहा। वहीं, ऐसे पर्वतीय क्षेत्रों में भी अच्छा हिमपात हुआ, जहां अक्सर कम होता आया है। राज्य के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों, चारों धामों, वादियों और घाटियों में इस बार बर्फ की सफेद मोटी चादर बिछ चुकी है। चोटियां भी बर्फ से लकदक हो चुकी हैं। भारी और रुक-रुककर बर्फबारी होने के चलते इस बार पर्वतीय क्षेत्रों में मार्ग को सुचारू करने में काफी परेशानी सामने आई। पिथौरागढ़ में घटियाबगड़-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग किमी 66 से 75 तक और गुंजी-कुट्टी-ज्यूलीकॉन्ग बॉर्डर मार्ग किमी 20 से आगे बर्फबारी के चलते बाधित हैं तो चमोली में चमोली-गोपेश्वर-मंडल-चौपता एनएच किमी 40 से 48 तक बर्फबारी के चलते बाधित है। इधर, नैनीताल की ही बात करें तो यहां अभी तक तक दो बार अच्छी बर्फबारी हो चुकी है। इनमें सरोवर नगरी के वे ऊंचाई वाले क्षेत्र भी शामिल हैं, जहां पिछले सीजन में ना के बराबर बर्फबारी हुई थी। 

अब आगे की बात
आने वाले समय में भी बारिश और बर्फबारी का दौर चलने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, 22 जनवरी को राज्य के 3500 मीटर और उससे ऊपर की ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होने की संभावना है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में बारिश के साथ पाला गिरेगा। वहीं, नैनीताज जिले के मैदानी इलाकों के अलावा ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में मध्यम से घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है। मैदानी इलाकों में कोहरे का यलो अलर्ट भी जारी किया गया है।

मुक्तेश्वर में सबसे सर्द रात
कुमाऊं में शुक्रवार की रात मुक्तेश्वर की सबसे सर्द रात रही। यहां न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस रहा। ऊधमसिंह नगर जिले के पंतनगर में 7.8 डिग्री, देहरादून में 9.2 डिग्री तो नई टिहरी में न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि गढ़वाल मंडल के कई पर्वतीय इलाकों में तापमान माइनस डिग्री तक बना रह चुका है।

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