शाहजहांपुर: गुस्से में पिता ने ही छीन लिया मासूमों के सिर से मां का आंचल

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Published By Vikas Babu
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शाहजहांपुर, अमृत विचार: जिन हाथों को बच्चों का भविष्य संवारना था, वही उनकी मां के कातिल बन गए हैं। गुस्से में फौजी अरविंद ने सिर्फ अपनी पत्नी मंजू को नहीं मारा, बल्कि अपने तीनों मासूमों की खुशियों का भी गला घोंट दिया। जिसे सारे जहां की खुशियां लाकर अपने बच्चों की झोली में डालनी थीं, उसी बाप ने उनके सिर से मां का साया छीन लिया। मां के आंचल से वंचित कर दिया। पुलिस ने आरोपी फौजी को हिरासत में ले लिया है। अब वह जेल जाएगा और बच्चे मां के साथ-साथ पिता के प्यार से भी वंचित हो जाएंगे।

सोमवार को मां के निधन के बाद तीनों मासूमों की नजरें मां को ढूंढ़ती रहीं, लेकिन उन्हें क्या पता कि मां अब इस दुनिया को ही छोड़ कर जा चुकी है। अब वह कभी लौटकर नहीं आएगी। जिस मां के आंचल में वह पले-बढ़े, जिसकी अंगुली पकड़ कर उन्होंने चलना सीखा, उस मां को किसी और ने नहीं, बल्कि उनके अपने ही पिता ने उनसे दूर कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि मंजू के घर वाले तीनों बच्चों को पालेंगे, लेकिन माता-पिता की कमी को तो दूर नहीं किया जा सकता है।

गांव में चर्चा रही कि अगर अरविंद ने इतना बड़ा कदम उठाने से पहले अपने बच्चों के बारे में सोचा होता। काश उसे इतना ज्यादा गुस्सा न आता तो आज मंजू जिंदा होती और बच्चे मां और बाप दोनों के प्यार से वंचित न हुए होते। परिजनों ने बताया कि मंजू का बड़ा बेटा कृष्णा आठ साल का है। दूसरा बेटा सूर्यांश तीन साल और सबसे छोटी बेटी यति मात्र पांच साल की है। पिता फौज में होने की वजह से ज्यादातर बाहर ही रहता था।

बच्चों को पिता का प्यार कभी-कभी ही नसीब होता था, लेकिन मां बड़े नाजों से तीनों को पाल रही थी। सब कुछ सही चल रहा था, लेकिन इसी बीच मंजू का अपनी सास के साथ विवाद हो गया। जब नौकरी से छुट्टी लेकर अरविंद अपने घर पहुंचा तो उसे पता चला कि मंजू बच्चों के साथ मायके चली गई है। यह सुनकर वह आग-बबूला हो गया। उसने जमकर शराब पी और नशे में ही मंजू के घर पहुंच गया। उसने वीडियो कॉल करके दरवाजा खुलवाया। मंजू से घर चलने को कहा। मंजू के इनकार करने पर विवाद शुरू हो गया। बाद में यही विवाद इस हत्याकांड की वजह बना।

भाई ने जीजा के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट, पारिवारिक कलह को बताया वजह
फौजी हैदराबाद से छुट्टी पर घर आया और मां से पूछा कि मंजू कहां है। मां ने कहा कि दस दिन पहले झगड़ा करके अपने मायके चली गई। फौजी को गुस्सा आ गया और अपनी ससुराल पहुंच गया। पत्नी से विवाद हो जाने पर गुस्से में आकर उसने लाइसेंसी पिस्टल से पत्नी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। मृतका आंगनवाड़ी कार्यकत्री थी। पुलिस मृतका के भाई की तहरीर पर आरोपी जीजा के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

फर्रुखाबाद जिले के थाना कायमगंज के गांव रानी गौड़पुर निवासी अरविंद की शादी कई साल पहले मंजू निवासी छिदकुरी थाना कलान के साथ हुई थी। अरविंद फौज हवलदार के पद पर था और उसकी पोस्टिंग हैदराबाद में थी। उसकी पत्नी मंजू आंगनवाड़ी कार्यकत्री थी। मंजू का दस दिन पहले अपनी सास से पारिवारिक कलह को लेकर विवाद हो गया था। वह गुस्से में तीनों बच्चों को लेकर अपने मायके कलान चली गई थी। इधर, फौजी अरविंद छुट्टी लेकर हैदराबाद से रविवार की रात आठ बजे अपने घर पहुंचा।

उसने अपनी पत्नी मंजू के बारे में पूछा तो मां ने रोते हुए बताया कि बेटा, वह तो हमसे झगड़ा करके चली गई है। फौजी को मां का झगड़ा बर्दाश्त नहीं हुआ। वह रविवार की रात ही अपनी ससुराल कार से पहुंचा और पत्नी मंजू से विवाद हो गया। उसने गुस्से में आकर लाइसेंसी पिस्टल से पत्नी के ऊपर ताबड़-तोड़ गोलियां चला दीं। मृतका की बहन 17 वर्षीय संगीता बचाने आई तो उसे भी गोली मार दी। वह अपनी कार छोड़कर भाग गया।

इधर, कलान प्रभारी निरीक्षक प्रभाष चंद्र ने बताया कि मृतका के भाई कुलदीप ने अपने जीजा के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने बताया कि उसकी बहन का सास से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था और गुस्से में मायके चली आई थी। आरोप है कि उसके जीजा अरविंद ने आकर उसकी बहन को पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस मुकदमा दर्ज कर चुकी है और विवेचना कर रही है।

पुलिस दो खोखों के बरामदगी के लिए रही परेशान
कलान पुलिस पिस्टल के कारतूस के खोखों के लिए परेशान रही। क्योंकि घटना के बाद अफरा-तफरी में पिस्टल के कारतूस के खोखे घर के अंदर ही गिर गए थे। खोखों को बच्चों ने इधर-उधर हटा दिया था। पिस्टल से चार फायर हुए थे। दो गोली मंजू और एक गोली उसकी बहन संगीता को लगी थी।

आरोपी फौजी पिस्टल मौके पर छोड़कर भाग गया था। पुलिस मौके पर पहुंची तो परिवार वालों से पिस्टल बरामद की और मौके पर एक खोखा भी मिल गया था, और दूसरा खोखा पिस्टल में था। पुलिस इस बात से परेशान थी कि चार फायर हुए और खोखा दो ही मिले। पुलिस अस्पताल की मोर्चरी में आई और मृतका के भाई से पूछा कि दो खोखे और कहां हैं।

पुलिस ने मृतक के भाई से कहा कि घर पर पता करो कि दो खोखे और कहां हैं। मृतका के भाई ने कहा कि बच्चों ने इधर-उधर हटा दिए हैं और तलाश कर रहे हैं। पुलिस दो खोखों के लिए परेशान रही। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसके दो गोली पेट में लगी थीं और दोनों गोली पेट के अंदर से बरामद हो गई हैं।

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