रामपुर : नशा मुक्ति केंद्र के टॉयलेट में युवक ने फंदे पर लटक कर दी जान
शाहबाद थाना क्षेत्र का मामला, मचा हड़कंप
शाहबाद, अमृत विचार। नगर के नशा मुक्ति केंद्र में युवक ने टॉयलेट में लगे पाइप में फंदा लगाकर लटक कर जान दे दी। केंद्र में भर्ती मरीज जब टॉयलेट को पहुंचा उसमें मफलर से शव लटका देख उसकी चीख निकल गई। केंद्र के स्टॉफ ने उसे टॉयलेट से निकाला और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। केंद्र के कर्मचारियों के मृतक युवक के परिजनों को सूचना दी।
नगर के मोहल्ला फर्राशान में रतन ग्राम्य समिति के नाम से नशा मुक्ति केंद्र संचालित है। जनपद बदायूं के थाना सिविल लाइंस निवासी झंडू का 26 वर्षीय बेटा ताराचंद शराब पीने का आदि था। ताराचंद की शराब पीने की आदत छुड़ाने को परिजनों ने 8 दिसंबर 2024 को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था। उसके साथी मरीजों के मुताबिक वह गुमसुम सा रहता था। किसी से ज्यादा बोलता भी नहीं था। रविवार शाम को वह नशा मुक्ति केंद्र में बने टॉयलेट में गया था। कुछ देर बाद केंद्र में भर्ती अन्य मरीज टॉयलेट को गया तो गेट खोलते ही उसके होश उड़ गए। ताराचंद मफलर का फंदा बनाकर पानी से पाइप से लटका हुआ था। चीख-पुकार सुन केंद्र का स्टॉफ मौके पर पहुंच गया। उसे फंदे से उतारकर बाहर निकाला। पुलिस शव को सीएचसी ले आई और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ढाई वर्ष पूर्व हुई थी ताराचंद की शादी
मृतक के पिता झंडू सिंह ने बताया कि उनका बेटा शराब का सेवन करता था। जिसकी लत छुड़ाने के लिए उसे शाहबाद के नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था। 21 मई 2022 को उसकी शादी जनपद बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र के गांव भजनिया में हुई थी। सोचा था कि शादी के बाद शराब छोड़ देगा, लेकिन ऐसा न हो सका। उन्होंने बताया कि ताराचंद को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करने बाद उसकी पत्नी मायके चली गई थी।
डिप्रेशन की दवा न मिलने से था परेशान
ताराचंद शराब का आदि होने के साथ डिप्रेशन की बीमारी से पीड़ित था। जिसकी मुरादाबाद के निजी असपताल से दवाई चलती थी। केंद्र के स्टॉफ के मुताबिक करीब सफ्ताह भर पूर्व उसकी डिप्रेशन के दवाई खत्म हो गई थी। उसने अपने परिजनों को फोन कर दवा मंगाई थी, लेकिन उसे दवाई नहीं पहुंचाई गई। जिसके बाद से वह और ज्यादा परेशान रहने लगा।
