'शहरी समस्याओं के हल के लिए एआई महत्वपूर्ण': कानपुर में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने AI को बताया प्रभावी टूल, कहा ये...

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय और आईआईटी कानपुर में एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज की ओर से राष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत हुई। आईआईटी कानपुर में हुए पहले सत्र में विशेषज्ञों ने शहरी विकास के लिए ‘नवाचारी एआई समाधान’  विषय पर विचार व्यक्त किए। दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस में विशेषज्ञों ने समस्याओं के निदान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रभावी उपयोग पर मंथन किया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने ‘एआई’ को प्रभावी टूल बताया।

संगोष्ठी की शुरुआत मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने की। उन्होंने कहा कि हमें वैश्विक स्तर पर सोचना चाहिए परंतु स्थानीय स्तर पर क्रियान्वित करना चाहिए। जनसंख्या का दबाव शहरों पर बढ़ता जा रहा है जिसके लिए हमें तकनीकी का सहारा लेना होगा और एआई एक प्रभावी माध्यम है। सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक, आईआईटी के डायरेक्टर प्रो. मणींद्र अग्रवाल, आईआईटी के कोटक स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी के डीन सच्चिदानंद त्रिपाठी भी मौजूद रहे। 

प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि एआई की पूरी क्षमता को तभी साकार किया जा सकता है जब अकादमिक जगत, सरकार और उद्योग एक साथ मिलकर काम करें। सीएसजेएमयू के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कहा कि सीएसजेएमयू पहले से ही सस्टेनेबिलिटी पर काम कर रहा है। 

प्रथम मुख्य वक्ता राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनबीए) के अध्यक्ष डॉ. अनिल सहस्रबुद्धे ने अपने वक्तव्य में सम्मेलन के चार प्रमुख घटक नवाचार, एआई, सस्टेनेबिलिटी एवं सतत शहरीकरण बताए। कहा कि नवाचार अनुसंधान से भिन्नता रखता है और वैश्विक नवाचार इंडेक्स रैंकिंग में हम 81वें पायदान से 39वें पायदान पर आ गए हैं। कोटक महिंद्रा बैंक के सस्टेनेबिलिटी प्रमुख चेतन सावला ने बैंकिंग क्षेत्र में स्थिरता के एकीकरण पर ध्यान केंद्रित किया। 

स्टार्टअप प्रदर्शनी भी लगी

नेशनल कॉन्फ्रेंस में स्टार्टअप की प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। जिसमें स्टार्टअप अपने प्रोडक्ट और सर्विसेज की जानकारी दी। स्टार्टअप के लिए पिचिंग सेशन का भी आयोजन हुआ । इस प्रदर्शनी में युवाओं ने अपने स्टार्टअप को निवेशकों के समक्ष प्रस्तुत किया। खूबियां बताकर उन्होंने निवेशकों को आकर्षित भी किया। 

शासन-उद्यमिता में एआई अपनाएं

ग्रीनमैन ब्लैक के संस्थापक और सस्टेनेबिलिटी एवं डिजाइन के उपाध्यक्ष कोरी ग्लिकमैन ने एआई-संचालित शहरी बुनियादी ढांचे के बारे में बात की। नीति आयोग, भारत सरकार की कार्यक्रम निदेशक अन्ना रॉय ने शासन, उद्यमिता और डिजिटल शासन में एआई को अपनाने पर जोर दिया। 

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