Mahakumbh 2025: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सपरिवार किया संगम स्नान 

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Published By Vishal Singh
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महाकुम्भनगर। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने महाकुंभ के अवसर पर गुरुवार को सपरिवार आस्था, भक्ति व अध्यात्म के संगम में पुण्य स्नान किया और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और कल्याण की प्रार्थना की। सैनी ने इस महाआयोजन का विरोध करने वालों और इसके खिलाफ नकारात्मकता फैलाने वालों को आड़े हाथ लेते हुए उन्हें नसीहत भी दे डाली। 

उन्होंने कहा कि प्रायोजित एजेंडे के तहत इस प्रकार के कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। सैनी के सपरिवार महाकुम्भनगर आगमन पर उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कुंभ कलश भेंट कर भव्य स्वागत किया तथा उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से उनका अभिनंदन किया। इसके साथ ही, भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए योगी सरकार की तहेदिल से तारीफ की और दुनिया के बड़े विश्वविद्यालयों को महाकुम्भ के दौरान 40-50 करोड़ की भीड़ प्रबंधन को समझने के लिए केस स्टडी करने का सुझाव भी दिया। 

मुख्यमंत्री सैनी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि महाकुम्भ केवल आस्था का संगम नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति की जीवंत धरोहर है। यह आयोजन भारत की आध्यात्मिक शक्ति और सांस्कृतिक विरासत का भव्य प्रतीक है, जिसे आज पूरा विश्व देख रहा है और गौरव की अनुभूति कर रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस विराट आयोजन की भव्यता की सराहना करते हुए कहा कि महाकुम्भ 2025 सनातन धर्म की दिव्यता और गौरवशाली परंपराओं का प्रतीक बनेगा। 

सैनी ने कहा कि यह सनातन का वह केन्द्र है जहां पीढ़ियों से लोग मां गंगा की त्रिवेणी में आकर डुबकी लगाते हैं और अपने जन्म को धन्य करते हैं। न केवल देश बल्कि सकल विश्व से लोग इस महासमागम का हिस्सा बनने आ रहे हैं। ऐसे में, जब भी कोई अच्छा काम होता है तो कुछ लोगों का ध्येय उसमें विघ्न डालने का बन जाता है। कुछ लोग प्रायोजित एजेंडे के तहत या जानबूझकर नकारात्मकता के प्रसार को ही अपना लक्ष्य बनाकर इस पवित्र समागम में आ रहे हैं, जो कि गलत है और किसी प्रकार से स्वीकार्य नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सकारात्मक पक्षों को देखने के बजाए नकारात्मक पहलुओं के पीछे ऊर्जा बर्बाद करना कुछ लोगों का ध्येय बन गया है। सैनी ने ऐसे तत्वों को नसीहत देते हुए कहा कि बेहतर होगा कि अगर उन्हें कोई नकारात्मकता दिख रही है तो उसे दूर करने में शासन-प्रशासन का सहयोग करें।

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