अयोध्या में राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले कामेश्वर चौपाल का निधन, प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक
नई दिल्ली। अयोध्या में राम लला के मंदिर के निर्माण के लिए पहली ईंट रखने वाले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता कामेश्वर चौपाल का निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। राम मंदिर ट्रस्ट के मीडिया सेंटर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, चौपाल ने दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली।
मंदिर ट्रस्ट के सदस्य चौपाल लंबे समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे। वह पटना के रहने वाले थे। उन्होंने नौ नवंबर 1989 को अयोध्या में राम मंदिर के प्रथम शिलान्यास समारोह में पहली ईंट रखी थी। उस समारोह को कामेश्वर चौपाल ने ही संपन्न कराया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उन्हें ‘प्रथम कारसेवक’ की उपाधि से सम्मानित किया था।
विहिप ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर किए गए पोस्ट में कहा, ‘‘विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष, बिहार प्रांत के माननीय अध्यक्ष, श्री राम जन्मभूमि के तीर्थ क्षेत्र के न्यासी, दो बार के सांसद एवं श्री रामलला के मंदिर की प्रथम ईंट रखने वाले श्री कामेश्वर चौपाल जी का निधन बेहद दुखद और स्तब्ध करने वाला है।’’ इसी पोस्ट में आगे कहा गया है, ‘‘हम सब दिवंगत पुण्यात्मा की शांति व परिजनों को धैर्य प्रदान करने के लिए प्रभु से कामना करते हैं।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कामेश्वर चौपाल के निधन पर व्यक्त किया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और रामजन्म भूमि न्यास के न्यासी कामेश्वर चौपाल के निधन पर शुक्रवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया। चौपाल का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पहली ईंट रखी थी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने इसके लिए उन्हें 'प्रथम कारसेवक' की उपाधि से सम्मानित किया था।
प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वह एक अनन्य रामभक्त थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दलित पृष्ठभूमि से आने वाले कामेश्वर जी समाज के वंचित समुदायों के कल्याण के कार्यों के लिए भी हमेशा याद किए जाएंगे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ हैं।’’
