धोखाधड़ी का खेल : होटल में पार्टनरशिप का झांसा देकर व्यापारी से ऐंठे 30 लाख

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Published By Vinay Shukla
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Lucknow, Amrit Vichar :  कानपुर रोड स्थित होटल पारस इन में पार्टनरशिप का झांसा देकर दंपति ने व्यापारी से 30 लाख ऐंठ लिए। हिसाब में गोलमाल देख पीड़ित ने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपियों ने धमकाया। फिर मौका देखकर माल लेकर गायब हो गए। सरोजनीनगर पुलिस ने दंपति समेत तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर सरोजनीनगर राजदेव राम प्रजापति ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

शांतिनगर निवासी व्यापारी धर्मेंद्र तिवारी ने बताया कि वर्ष 2023 में सरोजनीनगर के आजादनगर कालोनी निवासी अजीत सिंह कानपुर रोड स्थित दरोगाखेड़ा के पास होटल पारस इन का निर्माण करा रहे थे। 5 अप्रैल 2023 को इंदिरानगर के सुग्गामऊ निवासी अजीत कुमार श्रीवास्तव, पत्नी कुसुम और बेटे सौरभ संग उनके घर आए। बातचीत के दौरान आरोपियों ने होटल में पार्टनरशिप का प्रस्ताव दिया। तय हुआ कि लाभांश आधा-आधा होगा। इसके बाद आरोपियों ने होटल में इंटीरियर और अन्य नाम से 30 लाख रुपये नगद और खाते में लिए।

हिसाब होने के बाद पीड़ित ने अपना हिस्सा मांगा तो आरोपियों ने टालमटोल की। दबाव बनाने पर आरोपियों ने गाली-गलौज कर धमकाया। पीड़ित ने पड़ताल की तो पता चला कि दंपति के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। 30 लाख की धोखाधड़ी का एहसास होने पर पीड़ित ने सरोजनीनगर थाने में शिकायत की। शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने अजीत कुमार श्रीवास्तव, कुसुम और बेटे सौरभ के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, गाली-गलौज और धमकी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

क्रिप्टो में निवेश के नाम पर हड़पे 5.70 लाख

बाराबंकी के सुखीपुर निवासी अवधराम ने बताया कि जून 2023 में बाराबंकी सराही निवासी दोस्त चंद्रशेखर से फोन पर बात हुई। चंद्रशेखर ने बातचीत में कहा कि उसने क्रिप्टो कंपनी वन टेक टेक्नोलॉजी (ओटीटी) का काम शुरू किया है। फिर जाल में फंसाकर मटियारी चौराहा स्थित अपने ऑफिस पर बुलाया। इसके बाद चंद्रशेखर ने अपने पार्टनर अम्बेडकरनगर निवासी संजय और गोविंद से मुलाकात कराई। जाल में फंसे अवधराम ने 5.70 लाख रुपये लगाए थे। समय पूरा होने पर मुनाफे की रकम नहीं मिली। लगातार टालमटोल देख पीड़ित ने पड़ताल की तो पता चला कि आरोपियों ने फर्जी वेबसाइट, सर्टिफिकेट और फर्जी क्रिप्टो करेंसी बनाकर ठगी की है। रकम मांगने पर आरोपियों ने गाली-गलौज करते हुए धमकाया। पीड़ित अवधराम ने एसीपी विभूतिखंड से मुलाकात कर शिकायत की। शुरुआती जांच के बाद चिनहट पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

युवती समेत 4 के खाते से साइबर जालसाज ने उड़ाए 3.80 लाख

गोलागंज स्थित तकिया पीर जलील निवासी सिमरन परवीन ने बताया कि व्हाट्सएप पर पार्ट टाइम जॉब का मैसेज आया। संपर्क करने पर जालसाज ने टेलीग्राम पर एड कर 11 जनवरी से 17 जनवरी के बीच चार बार में 1.60 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। डिमांड बढ़ने पर सिमरन को ठगी का शक हुआ। उन्होंने वजीरगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

वहीं, गोसाईगंज के नगर पंचायत अमेठी निवासी मो. कैश ने बताया कि रिश्तेदार हुसैन कुरैशी की फेसबुक आईडी से 22 जनवरी को मैसेज आया। कहा कि हम आपके खाते में रुपये भेज रहे हैं, आप मेरे परिवार को भेज देना। हामी होने पर जालसाज ने फर्जी क्रेडिट मैसेज भेजे। उसके बाद खाता नंबर देकर उसपर 1.25 लाख रुपये ट्रांसफर करा दिया। पीड़ित कैश ने गोसाईगंज थाने में आईटी एक्ट की रिपोर्ट दर्ज कराई है।

उधर, हुसैनगंज के छितवापुर पजावा निवासी विशाल चंद्र विश्वकर्मा का बचत खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा अलीगंज में है। उन्होंने बताया कि साइबर जालसाज ने उनके खातों से 71,499 रुपये पार कर दिए। पीड़ित का कहना है कि पासबुक अपडेट कराई तो ठगी का पता चला। विशाल ने हुसैनगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसके अलावा कानपुर के किदवई नगर निवासी प्रखर मिश्र का खाता भारतीय स्टेट बैंक में है। साइबर जालसाज ने उनके खाते से 23,222 रुपये निकाल लिए। पीड़ित ने गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

सीबीआई अधिकारी बनकर ठगे 7500

इंदिरानगर के संजय गांधी पुरम निवासी सविता खरवार ने बताया कि उनके पास अनजान नम्बर से कॉल आई थी। फोन करने वाले ने सीबीआई अधिकारी के रूप में परिचय दिया। आरोपी ने उन्हें बताया कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट हुई है। सविता ने पोस्ट डालने की बात से मना किया। इस पर आरोपी ने धमकाते हुए करीब 7500 रुपये एक खाते में जमा कराए। इंस्पेक्टर गाजीपुर विकास राय ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।

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