दिल्ली में रिक्शा चला रहा था मुरादाबाद का वांटेड गैंगस्टर सूरज

दिल्ली में रिक्शा चला रहा था मुरादाबाद का वांटेड गैंगस्टर सूरज

अमित शर्मा, देहरादून। इसे हरिद्वार पुलिस का धैर्य खत्म होना कहें या गैंगस्टर सूरज की खुशियों का अस्त होना। करीब 21 साल की आंखमिचौली का खेल खत्म हुआ और यह इनामी कानून के हत्थे चढ़ गया। पुलिस की जुबानी इस कहानी का रोचक पहलू यह भी है कि गैंग बनाकर अपराध करने का आरोपी मुरादाबाद निवासी गैंगस्टर सूरज दो वक्त की रोटी कमाने के लिए दिल्ली में रिक्शा चला रहा था।


आदर्श कॉलोनी, सिविल लाइन, मुरादाबाद निवासी सूरज (44) पुत्र सतपाल चार साथियों के साथ हरिद्वार की सिटी कोतवाली में 11 मार्च 2003 को धारा 2/3 गैंगस्टर एक्ट में नामजद हुआ था। पांचवीं पास सूरज पर गिरोह बनाकर टप्पेबाजी कर जनता से नाजायज रूप से संपत्ति अर्जित करने का आरोप था। उसकी गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपए का इनाम भी हुआ। जरायम की दुनिया में सक्रिय होने के बावजूद वह वेशभूषा के साथ ठिकाने बदलता रहा तो पुलिस भी शांत बैठ गई। एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने उसकी नए सिरे से तलाश शुरू कराई। न्यायालय स्पेशल गैंगस्टर हरिद्वार से सूरज के खिलाफ स्थायी वारंट भी जारी किया गया। 


भाभी से रचाई शादी, दिल्ली बनाया ठिकाना कोतवाली पुलिस जब गैर जमानती वारंट तामील कराने के लिए मुरादाबाद पहुंची तो पड़ताल में पता चला कि सूरज ने अपने भाई की मौत होने के बाद उसकी पत्नी से शादी कर ली और तीन बच्चों सहित दिल्ली चला गया, जहां वह अब रिक्शा चलाता है। हालांकि वह मुरादाबाद आता-जाता रहता है। एसएसपी डोबाल के अनुसार, सटीक सूचना मिलने पर सूरज को नगर कोतवाली और सीआईयू की संयुक्त टीम ने सिविल लाइन एरिया मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया।