भाषा विश्वविद्यालय में छात्रा से सरेआम रैगिंग, मारने की दी गई धमकी

भाषा विश्वविद्यालय में छात्रा से सरेआम रैगिंग, मारने की दी गई धमकी

Bhasha Vishwavidyalaya Ragging: लखनऊ के भाषा विश्वविद्यालय में एलएलबी की पढ़ाई कर रही छात्रा आंचल से सरेआम रैगिंग करने का मामला सामने आया है। जिसकी शिकायत उन्होंने विश्वविद्यालय के एंटी रैगिंग कमेटी में की है। उन्होंने बताया कि रैगिंग की शिकायत करने पर उसके सीनियर्स द्वारा उन्हें डरने, हमला करने और जख्मी करने की कोशिश की गई है। इसकी लिखित शिकायत उन्होंने कमेटी को दुबारा दे दी है।

आपको बता दे प्रथम वर्ष में पढ़ने वाली छात्रा को उनके संकाय के सीनियर्स लगातार परेशान कर रहे थे। दोनो सीनियर्स के खिलाफ रैगिंग के मामले में जांच करने के आदेश दे दिया गया है। छात्रा ने अपने लिखित शिकायत में बताया कि वह दिनांक 8/02/2025 को 12:30 के आसपास जब विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन स्थित रैगिंग कमेटी को अपना बयान देकर बाहर आ रही थी कि तभी विश्वविद्यालय परिसर के पार्किंग मोड़ पर कुछ सीनियर छात्राओं ने उन्हें घेर लिया। इस दौरान छात्रा को डराने के साथ जानलेवा हमला करने की धमकी दी गई। इसके साथ ही पीड़ित छात्रा ने बताया कि घटनास्थल पर संदिग्ध तौर पर अन्य लोग भी मौजूद थे।

दोस्तों ने बचाई जान 

सीनियर के साथ कई संदिग्ध लोगों ने मिलकर जब पीड़ित छात्रा  को घेर लिया और जानलेवा हमला करने की कोशिश की, लेकिन वहां से गुजर रहे अन्य छात्रों की वजह से पीड़ित बच सकी। 

मानसिक रूप से हो रही प्रताड़ित 

पीड़ित छात्रा के मुताबिक इस तरह की रैगिंग से उसके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है वह तनाव में रह रही है। जिसकी वजह से न ही वह ठीक से पढ़ाई कर पा रही हैं और न ही कोई अन्य काम कर पा रही हैं, छात्रा ने कहा कि अगर उनके साथ कोई भी घटना घटित होती है तो उसके लिए उनके सीनियर ही जिम्मेदार होंगे। इसके साथ उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से जल्द ही उनकी मदद करने की गोहार लगाई है। 

रैगिंग की जांच के लिए टीम गठित 

विश्वविद्यालय प्रवक्ता डॉ. रुचिता ने बताया कि एंटी-रैगिंग कमेटी ने संस्थान के भीतर रैगिंग की एक कथित घटना की आधिकारिक तौर पर जांच शुरू कर दी है। समिति इस मामले को गंभीरता से ले रही है और सभी छात्रों के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

शिकायत मिलने पर गहन जांच शुरू करने के लिए तत्काल कदम उठाए गए। निष्पक्ष और पारदर्शी जांच सुनिश्चित करने के लिए समिति वर्तमान में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों से जानकारी एकत्र कर रही है।

 इस जांच कमेटी में नोडल अधिकारी डॉ. नीरज शुक्ला, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. चन्दना डे, अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो. सौबान सईद, प्रोवोस्ट-पुरूष छात्रावास प्रो. एहतेशाम अहमद, प्रोवोस्ट-महिला छात्रावास डॉ. तत्हीर फात्मा, उप-कुलानुशासक डॉ. अताउर रहमान आजमी, उप-कुलानुशासक डॉ. नलिनी मिश्रा शामिल हैं।

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