पीलीभीत:  एनपीएस को बताया विनाश की ओर ले जाने वाली पेंशन स्कीम

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Published By Pradeep Kumar
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पीलीभीत, अमृत विचार। ऑल टीचर्स इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) के जिला सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष ने एनपीएस के विकल्प के रूप में लाई गई यूपीएस को कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए विनाश की ओर ले जाने वाली पेंशन स्कीम बताया। उन्होंने सभी शिक्षक-कर्मचारियों को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का आहवान किया।

शहर के राम इंटर कॉलेज में रविवार को हुए जिला सम्मेलन में अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि अब मन की बात नहीं, मुद्दे की बात होनी चाहिए। उन्होंने एनपीएस के विकल्प के रूप में लाई गई यूपीएस को कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए विनाश की ओर ले जाने वाली पेंशन स्कीम बताया। कहा कि इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। यूपीएस में कर्मचारियों के समानता के अधिकार को भी ठुकराया गया है। कहा कि यूपीएस में 25 वर्ष में 50 प्रतिशत पेंशन की गारंटी की बात कही गई है। यदि कोई कर्मचारी 35 वर्ष तक ही सेवा करता है तो भी उसे 25 वर्ष बाद भी अपने वेतन का 10 प्रतिशत अंश कटवाना होगा और इसके बदले उसे शून्य लाभ मिलेगा। उन्होंने निजीकरण का विरोध करते हुए कहा कि निजीकरण निम्न एवं मध्यम वर्ग के खिलाफ अमीरों का षडयंत्र हैं। शिक्षा, चिकित्सा एवं परिवहन सौ फीसदी सरकार के हाथ में होनी चाहिए। पुरानी पेंशन बहाली हर हाल में बहाल होने की बात कही। 

उन्होंने सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का आहवान किया। प्रदेश महामंत्री नीरजपति त्रिपाठी, मंडल अध्यक्ष जगदीश गंगवार ने भी विचार रखे। रामपुर, शाहजहांपुर, बरेली, लखीमपुर, बदायूं के जिलाध्यक्ष भी अपनी-अपनी कोर कमेटी के साथ शामिल हुए। सम्मेलन में सफाई कर्मचारी संघ, माध्यमिक शिक्षक संघ, प्राथमिक शिक्षक संघ, पंचायती राज संघ समेत अन्य संगठनों ने भी भाग लिया। इस दौरान अटेवा जनपद इकाई के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र गंगवार, जिला मंत्री दुर्गेश कुमार आर्य, आशीष कुमार, जिला महिला संयोजिका रश्मि यादव, जिलामंत्री रीना मिश्रा, अनुज मिश्रा, पंचायती राज के संजय तोमर, लक्ष्मीकांत शर्मा समेत तमाम शिक्षक-कर्मचारी शामिल हुए।

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