Kanpur: महाकुंभ ट्रेनें ओवरफुल, सेंट्रल व गोविंदपुरी स्टेशन पर श्रद्धालुओं की रही भारी भीड़, ट्रेनों की लेटलतीफी बनी समस्या
कानपुर, अमृत विचार। सेंट्रल और गोविंदपुरी स्टेशनों पर बुधवार को भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही। मेला स्पेशल व प्रयागराज ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं मिली। यात्रियों को ट्रेनों में चढ़ने व उतरने के लिए धक्कामुक्की करनी पड़ी। टॉयलेट, गलियारे व कोच के दरवाजों पर बैठकर यात्रियों ने सफर किया। दिल्ली-हावड़ा, झांसी रूट पर जाने के लिए यात्रियों को घंटों ट्रेनों का इतजार करना पड़ा।
संगम में डुबकी लगाकर लौटे श्रद्धालुओं की भीड़ बुधवार को सेंट्रल स्टेशन पर ज्यादा रही। वहीं महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं को 18 मेला स्पेशल व रूटीन ट्रेनों से तत्काल भेजा गया, जिससे प्लेटफार्मों पर स्थिति सामान्य बनी रही। हालांकि शाम के बाद अचानक भीड़ बढ़ी तो प्रयागराज जा रहीं स्पेशल ट्रेनों से श्रद्धालु रवाना होते रहे। प्लेटफार्म 3 से सात पर यात्रियों का लोड ज्यादा रहा।
सुरक्षा के लिहाज से क्यूआरटी, आरपीएफ, जीआरपी और रेवले कर्मी मुस्तैद रहे। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि संगम से लौटे श्रद्धालुओं को विभिन्न रूटों पर मेमू रैक चलाकर रवाना किया जा रहा है। प्रयागराज के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ आने पर तत्काल मेला स्पेशल चलाई जा रही है। बुधवार को 16 स्पेशल रवाना की गई हैं।
अचानक प्लेटफार्म बदलने से हुई परेशानी
बुधवार दिन में कई बार मेला स्पेशल ट्रेनों के प्लेटफार्म बदलने की घोषणा हुई तो श्रद्धालु ट्रैक से होकर दूसरी तरफ जाने लगे। इस पर सुरक्षा कर्मियों ने नाराजगी जताई और हाथ पकड़कर उन्हें प्लेटफार्मों पर खींचा। आरपीएफ इंस्पेक्टर बीपी सिंह ने बताया कि श्रद्धालु ट्रेन पकड़ने के चक्कर में लाइन से होकर इधर से उधर प्लेटफार्म पर पहुंच रहे हैं। इसकी दिनभर निगरानी रखी जा रही है।
महाशिवरात्रि पर 10 और मेमू
महाकुंभ पर आखिरी अमृत स्नान महाशिवरात्रि पर 10 और मेमू सेंट्रल से चलाई जाएगी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 10 मेमू का संचालन किया जा रहा है। भीड़ को देखते इसे बढ़ाया जाएगा। हर 20 मिनट में श्रद्धालुओं को ट्रेन मिले, इसके लिए महाशिवरात्रि के दो दिन पहले व बाद तक 20 मेमू रैक सेंट्रल स्टेशन से चलेगी। बढ़े हुए 10 रैक तैयार रहेंगे।
ट्रेनों की लेटलतीफी बनी समस्या
श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण ट्रेनें ठसाठस चल रही हैं। वहीं सिक्किम महानंदा 31 घंटे और कुंभ स्पेशल 24 घंटे देरी से पहुंच रही हैं। जिसमें बुधवार को करीब 57 ट्रेनें 1 से 31 घंटे तक देरी से आई और गई। 00116 प्रयागराज-कानपुर सेंट्रल कुंभ स्पेशल 24 घंटे, 00118 प्रयागराज-कानपुर सेंट्रल स्पेशल 18 घंटे, 04175 भागलपुर-कानपुर सेंट्रल कुंभ स्पेशल 17 घंटे लेट रही। 22824 नई दिल्ली-भुवनेश्वर तेजस राजधानी 11 घंटे, 15483 सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस 31 घंटे लेट, 18309 संबलपुर-जम्मू तवी एक्सप्रेस 7 घंटे लेट रही। 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस 6 घंटे लेट, 22823 भुवनेश्वर नई दिल्ली तेजस राजधानी 16.30 घंटे लेट, 22459 बाबा बैजनाथ धाम हमसफर 20 घंटे लेट रही। 22405 भागलपुर आनंद विहार गरीबरथ 18 घंटे, 20414 काशी महाकाल एक्सप्रेस 9 घंटे, 12988 अजमेर सियालदह एक्सप्रेस 8 घंटे लेट, 12487 सीमांचल एक्सप्रेस 12 घंटे लेट, 12307 हावड़ा जोधपुर एक्सप्रेस 11 घंटे लेट रही।
गरीब रथ के एसी कोच में कब्जा
मंगलवार रात 11 बजे गरीबरथ एक्सप्रेस सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म पांच पर पहुंची तो एसी कोचों में प्रयागराज जाने वाले जनरल टिकट धारकों ने कब्जा कर लिया। ट्रेन में इस कदर भीड़ थी कि बाथरूम जाने तक की जगह नहीं बची। मुस्तैद सुरक्षा व रेलवे कर्मियों ने उन्हें मशक्कत के बाद उतारा। इस वजह से करीब एक घंटे 20 मिनट ट्रेन प्लेटफार्म पर खड़ी रही। यहीं नहीं प्लेटफार्म एक से सेंट्रल स्टेशन से नई दिल्ली जाने वाली श्रम शक्ति एक्सप्रेस में भी यात्रियों की भीड़ रही। लोग इमरजेंसी खिड़की से अंदर घुसते रहे।
