कानपुर के GSVM कॉलेज में बोले विशेषज्ञ- स्टेम सेल व पीआरपी से निसंतान दंपति की भर सकती खुशियों से झोली, जानिए मामला

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। देश में ऐसे कई दंपति हैं, जो माता-पिता बनने का सुख हासिल नहीं कर पाते। चाहे इसके लिए इन्फर्टिलिटी वजह हो या कोई और समस्या। कई बार प्रयासों व दवाओं के बाद भी जब दंपति उम्मीद हार जाते है तो ऐसे में स्टेम सेल और पीआरपी निसंतान दंपतियों के लिए एक नई किरण के रूप में उभर रहा है। स्टेम सेल व पीआरपी की वजह से निसंतान दंपतियों के जीवन में बच्चे की किलकारी गूंजने से उनकी झोली खुशियों से भर रही है। यह जानकारी जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में आए इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ स्टेम सेल रिप्रेजेंटेटिव मेडिसिन के फाउंडर प्रेसीडेंट डॉ. डॉ.प्रभु मिश्रा ने दी।  

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सभागार में शुक्रवार को कानपुर मेनोपॉज सोसायटी ने इंडियन मेनोपॉज सोसायटी व कानपुर आब्स एंड गायनी सोसायटी के सहयोग से तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया। पहले दिन महिलाओं में मेनोपॉज से संबंधित समस्याओं पर चार कार्यशाला आयोजित की। विशेषज्ञों ने बताया कि जिस तरह एक महिला के लिए चेहरा महत्वपूर्ण होता है, इसलिए महिलाएं व युवतियां चेहरे पर अधिक ध्यान देती हैं। उसी तरह महिलाओं को शरीर के अन्य अंगों पर भी ध्यान देना चाहिए। कॉस्मेटिक गायनकोलॉजिस्ट डॉ.पूनम ने बताया कि महिलाओं को चेहरे के साथ ही अपने प्राइवेट पार्ट की भी अच्छे से सफाई करनी चाहिए। 

सफाई से वह कई तरह के इंफेक्शन से खुद को बचा सकती है। खासकर पीरियड्स के समय और सैक्स ड्राइव के बाद व पहले जरूर सफाई पर ध्यान देना चाहिए। वहीं, उन्होंने बताया कि कॉस्मेटिक के माध्यम से 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं भी 30 से 40 साल की तरह बन सकती है। आईएमएस की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.अंजू सोनी ने बताया कि महिलाओं में 40 वर्ष में ही मेनोपॉज की समस्या हो रही है। लेकिन महिलाएं इस पर ध्यान नहीं देती और न ही उनके परिजन। जबकि लापरवाही के कारण महिलाओं को हड्डी संबंधित रोग के साथ ही मानसिक रोग संबंधित समस्या भी हो सकती है। इसके अलावा मेनोपॉज महिलाओं में हार्ट अटैक की समस्या का भी कारण बन सकता है। 

ऑस्ट्रेलिया ने डॉ.अजय राणे ने बताया कि योनि शिथिलता, मूत्र रिसाव पर नाना प्रकार की सर्जरी का सीधा प्रसारण किया। इस प्रकार महिलाओं के आत्म विश्वास को बढ़ाना संभव है। प्रेम क्लीनिक के डॉ.अनुरेश सिंह ने बताया कि मेनोपॉज की वजह महिलाओं में मुंह का स्लाइवा कम होता है। इस वजह से उनमे अल्सर होने के चांस अधिक हो जाते है। कोई भी चीज खाने पर उनको गर्म अधिक लगता है। मेनोपॉज ग्रस्त होने से महिलाओं को बचना काफी जरूरी है।

शादी में देरी से बांझपन की समस्या 

पूणे से आए डॉ.अमोल ने बताया कि 30 फीसदी महिलाओं में बांझपन का कारण देर से शादी करना है। इसके लिए शादी से पहले महिलाओं के साथ ही पुरुषों को भी जांच करानी चाहिए। ताकि समय रहते समस्या की जानकारी हो सके और उसके निदान के लिए उपचार शुरू किया जा सके। डॉ. नीलम ने बताया कि मेनोपॉज में लेप्रोस्कोपी हिस्टेरोस्कोपी के द्वारा योनि से संबंधित बिमारियों के इलाज किया जाता है, जिसमें महिला को कम से कम दर्द होता है। इसमें मरीज के पेट में बड़े चीरे व टाके नहीं लगाए जाते है। दूसरे दिन ही अस्पताल से छुट्टी हो जाती है। समस्याओं का नजर अंदाज करने से समस्या काफी गंभीर हो सकती हैं। डॉ.किरण पांडेय ने बताया कि महिलाओं कि कुछ अनकही जननांग सम्बन्धी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करके महिला को सशक्त बनाना इस वर्कशॉप का उद्देश्य है।

यह डॉक्टर रहे मौजूद 

डॉ. नीलम मिश्रा, डॉ. जेबी शर्मा, डॉ.दीक्षा पांडेय, डॉ.अनिल जैन, डॉ.मीरा राघवान, डॉ. हेमंत कनौजिया, डॉ. नीलम सिंह, डॉ.अमृता शाह, डॉ. कौस्तुभ श्रीवास्तव, डॉ. विद्या पंचोलिया, डॉ. चांदनी कराल, डॉ. पूनम मिश्रा, महिला कल्याण, बाल विकास पुष्टाहार मंत्री प्रतिभा शुक्ला, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला, डॉ. मीरा अग्निहोत्री, डॉ. किरन पाण्डेय, डॉ. कल्पना दीक्षित, डॉ. शैली अग्रवाल, डॉ. अंजू सोनी, डॉ. अनीता शाह, डॉ. सुधा शर्मा, डॉ.रेनू गुप्ता, डॉ.पाविका लाल, डॉ.राशि मिश्रा, डॉ. विपाशा सेन मौजूद रहीं।

ऐसे करें बचाव 

सुबह व शाम के समय 30 मिनट टहले व योग करे 
पौष्टिक आहार का सेवन करें 
30 वर्ष के बाद शादी करने से जांच जरूर कराएं
हल्की खांसी आने पर पेशाब छूटे तो डॉक्टर से संपर्क करें
रात में नींद न आने बेचैनी होने की समस्या को गंभीरता से लें। 
जीवनशैली में सुधार जरूर करें, समय पर सोएं।
साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, खासकर पीरियड्स के समय।

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