महाशिवरात्रि पर अंतिम अमृत स्नान करने के लिए Mahakubmh जाने की होड़: कानपुर सेंट्रल पर उमड़ा जनसैलाब, पुलिस ने मोर्चा संभाला
कोचों के टॉयलेट, गैलरी फुल, खिड़कियों से चढ़े श्रद्धालु
कानपुर, अमृत विचार। महाशिवरात्रि पर प्रयागराज में अंतिम अमृत स्नान और शनिवार तथा रविवार की छुट्टी के चलते सेंट्रल स्टेशन पर जबर्दस्त भीड़ उमड़ी। क्यूआरटी, आरपीएफ, जीआरपी, पीएसी के साथ जिला पुलिस की टुकड़ी ने भी मोर्चा संभाला।
शनिवार शाम प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ से स्टेशन का हर प्लेटफार्म खचाखच भरा नजर आया। श्रद्धालुओं ने आपातकालीन खिड़कियों से घुसकर ट्रेनों में सीट कब्जाई। ओवरलोड कोचों में श्रद्धालु एक दूसरे को धकियाते हुए घुसे। टॉयलेट, गलियारे और कोचों के दरवाजों पर बैठकर सफर किया। कंट्रोल रूम से भीड़ पर नजर रखी गई। तत्काल कई मेला स्पेशल महाकुंभ के लिए चलाई गईं।

शनिवार शाम श्रद्धालुओं का सैलाब सेंट्रल पहुंचने से प्रयागराज जा रही नियमित ट्रेनें पहुंचते ही फुल हो गईं। लेकिन भीड़ बढ़ती गई। 2 से 6 नंबर तक प्लेटफार्मों पर जबरदस्त भीड़ रही। प्रयागराज की ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं मिली।
संगम में डुबकी लगाकर लौटे श्रद्धालु भी गंतव्य पर पहुंचने के लिए ट्रेनों का इंतजार करते रहे। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि शनिवार को 18 स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज के लिए चलाई गईं, 20 ट्रेनों से श्रद्धालुओं ने वापसी की। प्रयागराज से लौटे यात्रियों को दिल्ली-हावड़ा, झांसी रूट पर मेमू रैक चलाकर रवाना किया गया।

तीन प्लेटफार्म रहे ओवरलोड
शनिवार शाम चार बजे के बाद प्लेटफार्म 5, 6 व 7 यात्रियों से फुल रहे। छह नंबर पर चौरीचौरा, पांच पर पनवेल और सात पर मेला स्पेशल आई, मगर ट्रेनें पहले से फुल होने के कारण ज्यादा यात्री नहीं सवार हो सके। इसके बाद ही सेंट्रल से लगातार तीन मेला स्पेशल चलाई गईं। फुट ओवरब्रिज और सीढ़ियों पर भीड़ के कारण पैदल चलना मुश्किल रहा।
भीड़ में फंसी महिलाओं को बचाया
प्लेटफार्म छह पर चौरीचौरा में लोगों को धकियाकर चढ़ रही भीड़ के बीच फंसकर कई महिलाएं चिल्लाने लगीं। सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ के बीच घुसकर उन्हें बाहर निकाला। पानी पिलाया, तब जाकर महिलाओं ने राहत की सांस ली।
