मुरादाबाद : नगर निगम में संविदा पर नौकरी लगवाने के नाम पर की लाखों की ठगी, 5 लोगों को दिए फर्जी नियुक्ति पत्र...SSP के आदेश पर मुकदमा दर्ज 

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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मुरादाबाद। नगर निगम का फर्जी बाबू बनकर निगम में संविदा पर सफाई कर्मी की नौकरी लगवाने के नाम वाल्मीकि समाज की चार महिलाओं और एक युवक को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर लाखों की ठगी कर ली। पीड़ितों की तहरीर के आधार पर एसएसपी के आदेश पर फर्जी निगम कर्मी विजय बाबू के खिलाफ गलशहीद थाने में धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

गलशहीद थाना क्षेत्र प्रिंस रोड वाल्मीकि बस्ती निवासी ममता पत्नी ऋषिकांत, राधा पत्नी प्रेमपाल, वंदना पत्नी विजय, शालनी पत्नी निहाल और मिथुन पुत्र ओमप्रकाश के साथ नगर निगम में संविदा पर सफाई कर्मी की नौकरी लगवाने के नाम पर मझोला लाइनपार निवासी विजय बाबू ने फर्जी नियुक्ति पत्र देकर साढ़े सात लाख रुपए की ठगी कर ली। ममता ने दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि गत सितंबर 2024 मझोला थाना क्षेत्र निवासी विजय बाबू पुत्र किशनलाल से मुलाकात हुई थी। उसने बताया था कि वह मुरादाबाद में नगर निगम में कार्यरत है और निगम में संविदा पर सफाई कर्मचारियों को रखता है। एक साल के उनके कार्यदक्षता को देखते हुए निगम में संविदा पर नौकरी लगवा देता है। ममता और उसके साथी विजय बाबू की बातों में आ गए।

ममता ने बताय कि सभी ने अपने आधार कार्ड, फोटो , बैंक पासबुक की फोटो स्टेट और अन्य दस्तावेजों के साथ डेढ़ लाख रुपए प्रति व्यक्ति से सितंबर 2024 में आरोपी ने ले लिए। उसने कहा कि एक महीने में आप लोगों का नियुक्ति पत्र मल जाएग। तनख्वाह भी बैंक खाते में आनी शुरू हो जाएगी। सब लोगों ने विजय बाबू को नगद डेढ़ लाख रुपये अपना जेवर इत्यादि बेचकर कर दिए थे। 

एक महीने बाद 04–10–2024 को सभी को संविदा कर्मचारियों के रूप में नियुक्ति पत्र दे दिए गए थे। जिसके बाद सभी कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र में सफाई का कार्य करने लगे। इसके बदले में तनख्वाह के 7,500/ रुपए खाते में आए। दो महीने बाद खाते में तनख्वाह आनी बंद हो गई। तब विजय बाबू से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश सरकार से तनख्वाह नहीं आई है जैसे ही आएगी आप लोगों के खाते में डाल दी जाएगी। वे लोग विजय बाबू की बातों पर विश्वास करते रहे और निरंतर सफाई कर्मचारी के रूप में अपने क्षेत्र में कार्य करते रहे।

माह जनवरी 2025 के आखिरी सप्ताह में पुनः हम सभी ने विजय बाबू से तनख्वाह को लेकर बात करनी चाही तो उन्होंने बात बात करने से इनकार कर दिया। फिर सभी लोग अपने नियुक्ति पत्र लेकर नगर निगम पहुंचकर अधिकारियों से मिले तो उन्होंने कहा यह नियुक्ति पत्र पूरी तरह से फर्जी है। धोखाधड़ी करके आप सभी लोगों से रुपए लिए गए हैं। निगम में विजय बाबू नाम का कोई भी बाबू नियुक्त नहीं है। एसएसपी सतपाल अंतिल ने पूरे मामले गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए थाना गलशहीद पुलिस को विजयबाबू के खिलाफ धोखाधड़ी और गाली गलौज करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की तत्काल आदेश दिए थे। थाना अध्यक्ष सौरभ त्यागी का कहना एसएसपी के आदेश पर विजय बाबू के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है आगे की वैधानिक कार्रवाई प्रचलित है।

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