Kanpur: राखी मंडी में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का फैसला, जलकल ने मांगा अनुमानित लागत व संचालन का ब्योरा
कानपुर, अमृत विचार। जूही व अफीम कोठी स्थित राखी मंडी क्षेत्र में लोगों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जलकल विभाग ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की तैयारी की है। यहां भूगर्भ जल जहरीला होने के कारण नलकूप से जलापूर्ति बंद कराई जा चुकी है। हैंडपंप उखाड़े जा चुके हैं। फिलहाल टैंकरों के जरिए लोगों की प्यास बुझाई जा रही है।
राखी मंडी जूही बंबुरहिया की आबादी करीब सात हजार और अफीम कोठी राखी मंडी की लगभग पांच हजार है। दोनों ही जगह भूजल दूषित है। पूर्व में यहां जलनिगम नगरीय जेएनएनयूआरएम कार्यक्रम के अंतर्गत गंगा बैराज से गंगा नदी का शोधित जल उपलब्ध कराने के लिए पेयजल वितरण लाइन बिछाई गई थी, जो घटिया काम होने के कारण वर्तमान में क्रियाशील नहीं है। अब इस लाइन को दुरुस्त करने के लिए कंपनी बाग, नवाबगंज से लोहे के पाइप डालने का काम चल रहा है, जिसके अगले छह माह में पूरा होने पर साल के अंत तक गंगा बैराज ट्रीटमेंट प्लांट से जलापूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी।
ऐसे में गर्मी की दस्तक से पहले पानी की मांग बढ़ने पर शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिये जलकल ने मंडलायुक्त की समीक्षा बैठक में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का सुझाव दिया था। जलकल के जीएम आनंद कुमार त्रिपाठी के अनुसार दोनों स्थानों पर भूगर्भ जल परीक्षण में मानक से अधिक मरकरी, आयरन, नाइट्रेट, सल्फेट, अल्केनिटी, हार्डनेस और टीडीएस मिला है। ऐसे में भूजल से हानिकारक तत्वों को साफ करने के लिए सक्षम तकनीक का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जा सकता है। जलकल जीएम के अनुसार इस तरह के शोधन प्लांट बनाने वाली विशेषज्ञ कंपनी आयन एक्सचेंज से संपर्क करके प्लांट स्थापना में अनुमानित लागत और संचालन पर आने वाले खर्च का आगणन कंपनी से मांगा है।
टैंकरों से पानी पूरा कर पाना मुश्किल
जलकल टीम ने पिछले दिनों जल निगम के साथ संयुक्त निरीक्षण के बाद स्थल पर सबमर्सिबल का कनेक्शन निष्क्रिय कर दिया था। हैंडपंप भी हटा दिया गया है। जलकल वर्तमान में टैंकरों के जरिये रोज पानी की सप्लाई कर रहा है। लेकिन इससे लोगों की जरूरत पूरी नहीं हो रही है।
स्वास्थ्य शिविरों की जांच रिपोर्ट
जाजमऊ औद्योगिक क्षेत्र
54% – चर्म रोगी स्वास्थ्य शिविर में मिले
09% - फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित निकले
25% - लिवर की बीमारी से ग्रस्त मिले
12% - अन्य बीमारियों से पीड़ित पाए गए
राखी मंडी जूही बबूरिया
15% - लोगों के रक्त में क्रोमियम व मरकरी के अंश मिले
40% - लोग की बीमारियों से परेशान मिले
18 % - लोगों में मिले विभिन्न प्रकार के त्वचा रोग
3% लोग फेफड़ों की बीमारियों से ग्रस्त पाए गए (7)
9% लोग जिगर की बीमारियों से पीड़ित मिले
15% - लोग अन्य प्रकार की बीमारियों के शिकार मिले
समस्या काफी बड़ी है। अगर जलकल प्रयास कर रहा है तो बहुत अच्छा है। क्षेत्र की जनता पानी के लिये परेशान है। इस समस्या का हल होना बहुत जरूरी है। - शालू कनौजिया, वार्ड 14 जूही।
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