बदायूं: मौसम बदलने से श्वांस रोगियों की बढ़ी संख्या, डॉक्टरों ने दी सावधानी बरतने की सलाह
बदायूं, अमृत विचार। मौसम का बदलता मिजाज लोगों को बीमार बना रहा है। इस समय श्वांस के मरीज जिला अस्पताल अधिक आ रहे हैं। दिन की गर्मी और रात की ठंडक से जुकाम, बुखार की चपेट में आने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। जिससे अस्पताल में मरीजों से ओपीडी फुल रहती है। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे मौसम में लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। तभी बीमारियों से बचा जा सकेगा।
इस समय मौसम बदल रहा है। 24 घंटे में कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं। दिन में तेज धूप होने पर लोग हल्के कपड़े पहनते हैं जबकि शाम होते ही ठंडक का अहसास होता है और रात को ठंडक के चलते लिहाफ का सहारा लिया जाता है। इसलिए मौसम के बदलाव के चलते जुकाम और बुखार हो रहा है। विशेष कर श्वांस के रोगियों को कई दिनों से दिक्कत बढ़ रही है। एक सप्ताह में 10 से अधिक श्वांस रोगी जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं।
शुक्रवार को जिला अस्पताल में 1187 मरीजों ने पर्चे बनवाए, जिसमें से 400 से अधिक मरीज श्वांस रोग के थे। जबकि अन्य जुकाम और बुखार से पीड़ित थे। बुखार के मरीजों का कहना था कि पहले उन्हें जुकाम हुआ, खांसी के चलते परेशानी हुई उसके बाद बुखार शुरू हो गया। 10 दिन से बुखार की दवा ले रहे हैं, लेकिन लाभ नहीं हो रहा है।
डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि जब तक मौसम का मिजाज बदलता रहेगा तब तक जुकाम बुखार से लोग परेशान रहेंगे। दिन में गर्मी होने के कारण लोग कम कपड़े पहनते हैं जिससे उनके शरीर का तापमान शाम को बदल जाता है और ठंडक के चलते जुकाम होने लगता है उसके बाद बुखार आने लगता है। ऐसे मौसम में श्वांस के मरीजों को बेहद सावधानी के साथ रहना होगा तभी बीमारी से बच सकेंगे।
पुरानी खांसी होने पर बलगम जांच की दी जाती है सलाह
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विनेश कुमार ने बताया कि इस मौसम में खांसी से जूझ रहे लोग बलगम की जांच करा रहे हैं। कई लोगों को टीबी के लक्षण सामने आए हैं। पुरानी खांसी होने पर बलगम की जांच कराने की सलाह दी जाती है। शुक्रवार को 148 लोगों ने बलगम के सैंपल दिए जो जांच को भेजे जाएंगे।
कुंभ मेला ड्यूटी से लौटे डॉ. एसएम कमल ने ओपीडी संभाली
12 जनवरी से 28 फरवरी तक कुंभ मेले में ड्यूटी से शुक्रवार को लौटे वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एसएम कमल ने ओपीडी संभाल ली और मरीजों को देखा। बोले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे मौसम में विशेष सावधानी बरतनी होगी तभी बीमारियों से बच पाएंगे। दिन रात बदल रहे मौसम की मार से बच्चों और उम्रदराज लोगों को सावधान रहना होगा।
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