Happy Women Day 2025: चांद और सूरज छूने की आशा आसमानों पर उड़ने की...हर माेर्चे पर मुकाम हासिल कर रही महिलाएं

Amrit Vichar Network
Published By Nitesh Mishra
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कानपुर, (दिग्विजय सिंह)। इस साल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम ‘एक्सीलरेट एक्शन’ (कार्रवाई में तेजी लाना) है। इसका उद्देश्य जीवन के सभी क्षेत्रों में महिलाओं के समावेशन को बढ़ावा देना है। विकसित देश बनने की यात्रा पर चल पड़े भारत के लिए यह थीम ध्येय वाक्य जैसी है, क्योंकि सशक्त महिलाएं हीं समृद्ध परिवार और मजबूत राष्ट्र की बुनियाद हैं। 

महिलाएं आज हर मोर्चे पर ऊंचा मुकाम हासिल कर रही हैं, परंपरागत रूप से शिक्षण, चिकित्सा और राजनीति के अलावा उद्योग-व्यापार, सेवा क्षेत्र, प्रौद्योगिकी, वित्त, विनिर्माण, डिफेंस और स्पोर्ट्स  जैसे क्षेत्रों में भी उनका उत्कृष्ट प्रदर्शन सामने आ रहा है। जीवन के हर क्षेत्र में भागीदारी बढ़ रही है। 

इसरो के अंतरिक्ष अभियानों में महिला विज्ञानियों ने अपनी धमक दिखाकर चांद और सूरज को छूने की अभिलाषा जाहिर कर दी है। लेकिन इस सबके बावजूद अभी तमाम ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें महिलाओं की भागीदारी की काफी संभावनाएं हैं। उन्हें नेतृत्व और निर्णय लेने वाली भूमिकाओं में आना बाकी है।  

कामयाब महिला उद्यमी

किरण मजूमदार शॉ 

बायोफार्मास्युटिकल कंपनी बायोकॉन की संस्थापक और प्रबंध निदेशक किरण मजूमदार शॉ को देश की सबसे अमीर महिला उद्यमी गिना जा चुका है। उनकी कंपनी जेनरिक सहायक दवा बनाती है, जो अमेरिका और यूरोप समेत 120 से ज्यादा देशों में बिकती है। इस तरह वह दुनिया भर में लोगों का जीवन बेहतर बना रही हैं। वह एक सफल उद्यमी और परोपकारी महिला हैं। 2019 में कैंसर अनुसंधान के लिए उन्होंने 75 लाख डॉलर दान दिए थे। 

रोशनी नादर मल्होत्रा 

रोशनी नादर मल्होत्रा 12 अरब डॉलर की आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज की अध्यक्ष और सीईओ हैं। देश में सूचीबद्ध आईटी कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं।  उनकी अगुवाई में वैश्विक टेक कंपनी के रूप में एचसीएल 60 से ज्यादा देशों में उद्यम संचालित करती है। 

सावित्री जिंदल

देश की सबसे अमीर महिला और करीब 35 अरब डॉलर वाले जिंदल ग्रुप की प्रमुख सावित्री जिंदल ने इस्पात तथा ऊर्जा क्षेत्र में कारोबार को नई ऊंचाई दी है। वह सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी सक्रिय रहती हैं। 

रेनुका जगतियानी

करीब छह अरब डॉलर वाले लैंडमार्क ग्रुप की सीईओ रेनुका जगतियानी रिटेल और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में नए आयाम गढ़ रही हैं। खुदरा व्यापार में उनका नेतृत्व प्रभावशाली गिना जाता है। 

कल्पना सरोज 

कल्पना सरोज कमानी ट्यूब्स की अध्यक्ष हैं। दो रुपये प्रतिदिन की मजदूरी से शुरुआत करके  आज वह दो हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के साम्राज्य की मालकिन हैं। समाजसेवा और उद्यमिता के लिये कल्पना को पद्म श्री और राजीव गांधी रत्न के अलावा दर्जनों अवॉर्ड्स मिल चुके हैं।

फाल्गुनी नायर

कोटक महिंद्रा बैंक में एमडी रहीं फाल्गुनी नायर ने 2012 में ब्यूटी और लाइफस्टाइल रिटेल कंपनी नायका खोली थी। उनका सौंदर्य और स्वास्थ्य उत्पादों का ई–कॉमर्स पोर्टल ‘नायका’ किसी महिला द्वारा संचालित पहला भारतीय यूनिकॉर्न स्टार्टअप है। उनके ब्रांड की गिनती 1540 ब्रांड्स पोर्टफोलियो के साथ प्रमुख ब्यूटी रिटेलर है।

देविता सराफ 

वीयू टेलीविजनंस की संस्थापक व सीईओ देविता सराफ ने टीवी और कंप्यूटर के फीचर्स मिलाकर स्मार्ट टीवी बनाया। इसमें यूट्यूब, ओटीटी प्लेटफॉर्म, डीटीएच चैनल देखे जा सकते हैं। वह 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा संपत्ति की मालकिन हैं। 2024 में हुरुन रिपोर्ट ने उन्हें भारत की सबसे अमीर सेल्फमेड महिला उद्यमी घोषित किया था। 

राधा वेम्बू

जोहो कारपोरेशन की सह संस्थापक और जोहो वर्क प्लेस की प्रभारी राधा वेम्बू ने आईटी क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा दिया है। क्लाउड बेस्ड सॉफ्टवेयर में वह बड़ा नां हैं और 45 से अधिक उत्पादों के संचालन में भाग लेती हैं। टेक इंडस्ट्री में उन्होंने देश की मजबूत उपस्थिति दर्ज करायी है। 

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