महाकुंभ के बाद त्रिवेणी के पावन जल की बढ़ी मांग, निजी टैंकर लेकर संगम पहुंचे असम के लोग
लखनऊ, अमृत विचार। प्रयागराज महाकुम्भ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगाई। त्रिवेणी के पावन जल की डुबकी से कोई छूट न जाय इसके लिए सरकार ने अग्नि शमन विभाग के माध्यम से प्रदेश के सभी 75 जिलों में पवित्र जल पहुंचाया। अब देश के दूसरे राज्यों से लोगों द्वारा निजी टैंकर लेकर संगम पवित्र जल लेने पहुंचने की होड़ लग रही है। अग्निशमन विभाग उनकी मदद कर रहा है।
नॉर्थ ईस्ट में असम से निजी टैंकर लेकर परम शिवम शिव मंदिर योगाश्रम, गुवाहाटी के संत राजा रामदास त्रिवेणी संगम पहुंच गए। सीएफओ प्रमोद शर्मा का कहना है कि राजा रामदास जी ने टैंकर में गंगा जल भरवाने में विभाग का सहयोग मांगा और उनके विभाग ने उनके टैंकरों में जल भरकर उन्हें यहां से असम के लिए रवाना कर दिया। इधर संत राजा रामदास का कहना है कि नार्थ ईस्ट के एक मात्र महामंडलेश्वर स्वामी केशव देव महाराज ने 40 हजार लीटर और 28 हजार लीटर की क्षमता के ये टैंकर भिजवाए हैं। उनका कहना है कि उनका खालसा प्रयागराज महाकुंभ के मेले में स्थापित था। उनके वापस जाने के बाद नार्थ ईस्ट में उनके तमाम भक्त, साधु संत और आम लोगों ने उनसे गंगाजल का प्रसाद मांगा तो उन्होंने आने वाले शिष्यों को दो टैंकर के साथ प्रयागराज भेजा है। रामदास महाराज कहते हैं कि उनके गुरु स्वामी केशवदेव महाराज को ये प्रेरणा योगी सरकार की पहल से मिली जिसमें यूपी के सभी जिलों में फायर डिपार्टमेंट के टैंकर से जल उपलब्ध करवाया गया।
मुख्य अग्नि शमन अधिकारी प्रमोद शर्मा का कहना है कि यूपी के बाहर के कई राज्यों से उनके पास लोगों के फोन आ रहे हैं जिसमें उन राज्यों में भी त्रिवेणी के गंगा जल की मांग की गई है। शासन का निर्देश प्रदेश के अंदर गंगा जल आपूर्ति का था जिसे विभाग पूरा कर चुका है। अब निजी तौर पर अपने संसाधनों से लोग अगर गंगा जल लेने संगम आते हैं तो विभाग जल भराने में सहयोग करेगा।
