Kanpur: जेब में होगा एआई, हुक्म बजाएंगे रोबोट, ड्रोन से माल की आवाजाही, पांच साल में बदलने वाली है तस्वीर, IIT के निदेशक ने कहा ये...
कानपुर, अमृत विचार। एआई सुविधा आपकी जेब में होगी। रोबोट हर हुक्म बजाएंगे। ड्रोन एक जगह से दूसरी जगह माल लाएंगे और ले जाएंगे। पांच साल बाद देश में तकनीक के कमाल से कुछ ऐसी ही तस्वीर होने का भरोसा जताते हुए आईआईटी के निदेशक प्रो मणींद्र अग्रवाल ने युवाओं से कहा कि भविष्य की तैयारी कर लीजिए। वर्ष 2030 तक देश तकनीक के क्षेत्र में काफी विकसित होकर आगे निकल जाएगा।
मर्चेंट चेंबर सभागार में रविवार को यदुपति सिंघानिया स्मृति व्याख्यान में बोलते हुए आईआईटी निदेशक ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लोगों की सहायता के लिए हर समय तैयार और तत्पर रहेगा। अत्याधुनिक रोबोट के कार्य करने की क्षमता में बहुत अधिक विकास हो जाएगा। इससे पूरे बाजार का परिदृश्य बदल जाएगा। चिकित्सा क्षेत्र में भूमिका सबसे अहम होगी। इसी तरह ड्रोन इतने सक्षम हो जाएंगे कि वह उत्पादों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से ले जा सकेंगे। इसका सबसे अधिक लाभ उद्योग जगत को होगा।
मुख्य वक्ता सीएमसी वेल्लोर की प्रो डॉ. प्रिया अब्राहम ने कोविड के दौरान वैक्सीन निर्माण की कहानी सामने रखकर बताया कि उद्देश्य यह था कि अचानक आने वाली चुनौती का सामना किस तरह योजनाबद्ध तरीके से किया जाए। उन्होंने युवाओं से दुनिया में हो रहे बदलावों से जुड़ने, अपडेट रहने और भविष्य की चुनौतियों पर काम करने को कहा।
कार्यक्रम में ‘यदुपति सिंघानियाः सीमेंटिंग हिस्ट्री' नामक एक मोनोग्राफ का विमोचन भी किया गया। यह मोनोग्राफ यदुपति सिंघानिया के जीवन और उपलब्धियों पर आधारित है। शुरुआत जेके सीमेंट लिमिटेड की अध्यक्ष सुशीला सिंघानिया ने की। जीएसचएस-आईएमआर के अध्यक्ष अभिषेक सिंघानिया के अलावा एसपीएसईसी की उपाध्यक्ष वर्षा सिंघानिया एवं पार्थों पी. कर भी उपस्थित रहे।
