अयोध्या: मुसलमानों को मौला अली के बताए रास्तों पर करना चाहिए अमल- उलेमा  

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Published By Vishal Singh
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अयोध्या, अमृत विचार: अयोध्या की गंगा जमुनी तहजीब व भाईचारा की प्रतीक दरगाह हजरत शीश अल्हेस्सलाम की दरगाह पर दरगाह के गद्दी नशीन दरगाह पीर जादा मौलाना सैय्यद मोहम्मद आसिफ फिरदौसी की सरपरस्ती में डॉ नजमुल हसन गनी की अध्यक्षता में रोजे अफ्तार का आयोजन किया गया।  

दरगाह के मुतवल्ली सैयद हेलाल अहमद ने बताया कि अमीरुल मोमनीन हजरत मौला अली की शहादत के मौके पर मौला ए कायनात की बारगाह में खास नजरो नियाज दरगाह पर पेश की गई। अल्लामा मौलाना मुफ्ती ए अवध मोईनुद्दीन अशरफी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि हजरत शीश अलैहिस्सलाम की दरगाह बहुत ही बरकत है। 

उन्होंने कहा कि हम सबको मौला अली के नक्शे कदम पर चलना चाहिए। बाबा जाहिद खाँ वारसी ने कहा हजरत शीश अलैहिस्सलाम की दरगाह पर सभी आते हैं। इस मौके पर सांसद अवधेश प्रसाद, पूर्व मंत्री पवन पांडेय, वरिष्ठ जिया गनी, फैसल गनी, ज़ैद गनी, ज़ैदान गनी, सुहेल अहमद बकाई, फरीद कुरैशी, ज्योति चतुर्वेदी, नूर बाबू, वसी खान, पप्पू हलीम, आकिब खान, शादाब खान, अनस खान, फ़ज़ल हुसैन अज़हरी मौजूद रहे।  

जामा मस्जिद सहादतगंज में हुई कलाम पाक की तिलावत  
जामा मस्जिद सहादतगंज में 22 रोजा मुकम्मल होने पर कलाम पाक की तिलावत की गई। वरिष्ठ अधिवक्ता आफताब खान शेर ने बताया कि जामा मस्जिद सहादतगंज के शाही इमाम हाफिज कारी ताहिर लखनवी ने मुकम्मल कलाम पाक सुनाई। 21 रमजान पर मौला अली की शहादत को याद करते हुए उनकी हालाते जिंदगी भी बयान किया।

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