Chitrakoot में रानीपुर टाइगर रिजर्व में आग: ग्रामीण बोले- कई हिस्से आए चपेट में, दुर्लभ जीव-जंतुओं व वन संपदा पर बढ़ा खतरा
चित्रकूट, अमृत विचार। लगभग 53,000 हेक्टेयर में बना टाइगर रिजर्व इन दिनों आग की चपेट में है। ग्रामीणों की मानें तो इसके कई हिस्सों में आग लगी है। इससे जंगली जीव-जंतुओं को खतरा बढ़ता जा रहा है। वन संपदा का नुकसान हो रहा है।
अभी तक वनाग्नि को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा सके हैं। स्थानीय बताते हैं कि रानीपुर टाइगर रिजर्व में बीते दिनों से लगी आग से मानिकपुर वन परिक्षेत्र के रानीपुर गिदुरहा जंगल और कर्वी रेंज के बहिलपुरवा, मटदर जंगल आग की चपेट में हैं। बीते दिनों से रानीपुर के अतरसुई पहाड़ से लेकर चौपटा पहाड़ तक फैली इस आग ने वन्यजीवों को मुसीबत में डाल दिया है।
लोगों का कहना है कि जब वन्य सुरक्षाकर्मियों की ठीकठाक तैनाती है तो तत्काल कोई प्रभावी कार्रवाई क्यों नहीं की गई। रानीपुर टाइगर रिजर्व के जंगल के पास रानीपुर, गिदुरहा, रामपुर, कल्याण्गढ़, टिकरिया, मारकुंडी, ऊचाडीह, बगदरी, अमचुर नेरूआ, बहिलपुरवा, सेमरदहा, चंद्रामारा आदि सैकड़ों गांव पड़ते हैं। ये गांव घनघोर जंगल के बीच बसे हुए हैं। रविवार देर शाम कर्वी रेंज बहिलपुरवा अंतर्गत मटदर जंगल में भी आग लगने की खबर है।
रानीपुर टाइगर रिजर्व में दुर्लभ जीव
यूपी-एमपी सीमा पर स्थित इस रिजर्व में दुर्लभ जीव जंतु हैं। बताया जाता है कि यहां सात प्रकार के गिद्धों के साथ 150 से अधिक पक्षी प्रजातियां और जंगली जीव-जंतु विचरण कर रहे हैं। रिजर्व के हनुमान चौक जंगल में लाल गर्दन वाले गिद्ध देखे जा सकते हैं। इसके अलावा यहां तेंदुआ, भालू, पैंगोलिन, सांभर, चीतल, चित्तीदार हिरण, चिंकारा और कई पक्षी एवं सरीसृप पाए जाते हैं।
बुझा दी गई आग- उप निदेशक
रानीपुर टाइगर रिजर्व के उप निदेशक प्रत्यूष कुमार ने बताया कि आग लगने की सेटेलाइट मॉनीटरिंग हो रही है। जैसे ही आग लगती है, वैसे ही संबंधित बीट इंचार्ज को सूचना मिल जाती है। साथ ही फायर कंट्रोल रूम बनाया गया है। बीट इंचार्ज के साथ फायर वाचर लगाए गए हैं। सेक्शन वाइज फायर टीम बनाई गई है, जो सूचना मिलते ही मौके पर जाती है। जैसे ही आग लगने की सूचना मिली, टीम मौके पर गई और आग बुझा दी। जागरूकता के लिए गांववालों के बीच गोष्ठी करवा रहे हैं। गांववालों से बीड़ी जलाकर न फेंकने की अपील की जा रही है। साथ ही महुआ बिनने के लिए आग न लगाने के लिए भी कहा जा रहा है। यदि ऐसा करते हुए कोई पाया जाता है तो उसे गिरफ्तार करके विधिक कार्रवाई करने के लिए भी कह दिया गया है।
