शाहजहांपुर: अपह्त ऋतिक की तलाश में गोताखोरों ने रामगंगा नदी में किया तलाश
एक दर्जन गोताखोर तलाश में लगे थे, छह दिन बाद भी नहीं लगा पता
शाहजहांपुर, अमृत विचार। गांव नारायण नगला में अपह़त 8 वर्ष का बच्चे ऋतिक का छह दिन बीत जाने के बाद भी पता नहीं चला है। पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर एक दर्जन गोताखोरों को बुलाया गया। गोताखोरों ने रामगंगा नदी में अपह्त बच्चे की कई घंटे तक तलाश की, लेकिन बच्चा नहीं मिला।
परौर थाना क्षेत्र के गांव नारायण नगला निवासी अजय कुमार राठौर रविवार को सुबह दस बजे खेत पर गया था। उसकी पत्नी किरन डेढृ वर्ष को बेटे को लेकर घर में थी और उसकी मां मंदिर गयी हुई थी। अजय कुमार का 8 वर्षीय पुत्र ऋतिक दिन में 11 बजे गांव के बाहर बकरी चराने के लिए गया था और वापस लौटकर नहीं आया था। पुलिस ने पहले बच्चे की मुमशुदगी दर्ज की थी और बाद में अज्ञात में मुकदमा अपहरण में तरमीम कर दिया था। एसपी राजेश द्विवेदी, एएसपी ग्रामीण भंवरे दीक्षा अरुण, सीओ जलालाबाद अमित चौरसिया गांव में गए थे। पुलिस अधिकारियों ने परिवार वालों से जानकारी की थी। बरेली से डाग स्क्वायड भी आया था और अपह़त बच्चे का पता नहीं चला था। उसकी शर्ट घर के बाहर मिली थी ओर एक जेव में पर्चा मिला था। पुलिस को पर्चा पर क्या लिखा था समझ में नहीं आ रहा था। अधिकारियों के निर्देश पर एक दर्जन गोताखोरों को बुलाया गया। गोताखोरों ने रामगंगा नदी में काफी दूर तक बच्चे को तलाश किया, लेकिन बच्चा नहीं मिला।
कुडरी आश्रम के गांव गोताखोर इरशाद अली ने बताया कि करीब 15 फुट पानी के अंदर जाकर बच्चे को तलाश किया था। इधर बच्चे को न मिलने से उसकी मां का रो-रोकर बुराहाल है। परौर प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार, निरीक्षक अपराध रामचंद्र यादव, उप निरीक्षक प्रभा चौधरी, सिपाही सचिन मिश्रा, राहुल, हिमांशु आदि मौजूद थे।
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