Social media से मॉडल हायरिंग, नोएडा में शूटिंग, साइप्रस तक एडल्ट वीडियो सप्लाई… दंपत्ति ने पोर्नोग्राफी रैकेट से कमाए करोड़ों रुपए
नोएडा/लखनऊ, अमृत विचार। यूपी के गौतमबुद्धनगर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बड़े गिरोह का खुलासा किया है। यह गिरोह पोर्न वेबसाइटों के लिए कंटेंट बनाता था। शुक्रवार को ईडी की टीम ने सब्डिजी वेन्चर्स प्राइवेट लिमिटेड में अचानक छापा मारा तो वहां पर मौजूद लोगों में हलचल मच गयी। ईडी की जांच में पता चला कि कंपनी के मालिक उज्जवल किशोर और उसकी पत्नी नीलू श्रीवास्तव अपने घर से ही एक अडल्ट वेबकैम स्टूडियो चला रहे थे।
दंपती पर आरोप है कि उन्होंने अपने घर पर मॉडल्स के साथ अडल्ट वीडियो शूट किये और उन्हें एक साइप्रस स्थित कंपनी को सप्लाई किया जो अर्न्तराष्ट्रीय अश्लील वेबसाइटों के संचालन के लिए जानी जाती है। वह विदेशी कंपनी के लिए काम करते थे और मॉडल्स से अश्लील कंटेंट बनवाकर मोटी कमाई करते थे।
इस अवैध काम में विदेशी फंडिंग का इस्तेमाल किया जा रहा था। ईडी की छापेमारी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत की गई। फेमा एक कानून है जो विदेशी मुद्रा के लेन-देन को नियंत्रित करता है। जांच में पता चला कि उज्जवल किशोर और नीलू श्रीवास्तव साइप्रस की एक कंपनी टेचनूस लिमिटेड के लिए काम कर रहे थे। कपल सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर मॉडल्स की भर्ती करते थे। मॉडल्स को लाइव कैम पर अश्लील कंटेंट दिखाना होता था।
इसके बदले उन्हें पैसे मिलते थे।कपल ने बैंक में गलत जानकारी देकर विदेशी कंपनियों से पैसा मंगवाया। उन्होंने दिखाया कि यह पैसा विज्ञापन और मार्केट रिसर्च के लिए है। जबकि असलियत में यह पोर्न कंटेंट बनाने के लिए था। जांच में अब तक करोड़ों रुपये की अवैध विदेशी फंडिंग का पता चला है। इस रकम का 75% हिस्सा कपल खुद रखता था और 25% मॉडल्स को दिया जाता था।
भी पढ़ें- बहराइच: 'एक बोतल पर एक फ्री' ऑफर के खिलाफ सड़क पर उतरी AAP, प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
