Kanpur: गन हाउस में विस्फोट के बाद कर्मचारी का इलाज न कराने पर दो पर रिपोर्ट, पीड़िता बोली- पुलिस कमिश्नर कार्यालय गए, तो भगा दिया गया
कानपुर, अमृत विचार। मूलगंज थानाक्षेत्र में गन हाउस में हुए विस्फोट में घायल कर्मचारी का इलाज कराने से इंकार करने पर पीड़ित की पत्नी ने शॉप मालिक और उसकी बेटी पर एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है, कि वह पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंची तो वहां सुनवाई न कराकर भगा दिया गया। जिसके बाद वह घर-घर बर्तन मांझकर उनका इलाज कर बच्चों को पाल रही हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बंगाली मोहाल निवासी पप्पी कश्यप के अनुसार उनके पति हरओम 30 वर्षों से यूनाईटेड ट्रेडिंग कार्पोरेशन मेस्टन रोड में कार्यरत थे। बताया कि 10 मई 2024 को दुकान में कारतूसों मे भरी जाने वाले बारुद से विस्फोट में वह बुरी तरह से घायल हो गए थे। घटना के बाद पति को उर्सला अस्पताल पहुंचाया गया था। जहां पति की हालत अति गंभीर होने के कारण अस्पताल ने लेने से इंकार कर दिया गया था। जिसके बाद दुकान के मालिक पलास कुमार डे और उनकी पुत्री कुमारी मामुन डे ने भार्गव नर्सिंग होम सिविल लाइंस में उन्हें भर्ती कराया।
पीड़िता के अनुसार पति का पूरा इलाज व घर खर्च के लिए पूरी सैलरी देने का वादा कर मुंह बंद रखने के लिए कहा गया था। उसके अनुसार पति की जान बचाने के लिए वह चुप रही। आरोप लगाया कि मालिकों ने लगभग 20 दिन इलाज खर्च दिया फिर खर्च देना पूरी तरह से बंद कर दिया। उसके तीन बच्चे हैं जो कि अभी पढ़ रहे हैं। आरोप है, कि जब उसने मालिकों से पैसे मांगे तो गालियां दी व जान से मारने की धमकी दी। आरोप है, कि बोला पुलिस में जाने का फायदा नहीं होगा हमने सबको खरीद लिया है। इसके बाद वह पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के कार्यालय पहुंचकर 26 जून 2024 को दोपहर लगभग 1 से 1.30 बजे शिकायत करने पहुंची।
जहां एक सिपाही ने प्रार्थना पत्र लेकर पुलिस कमिश्नर से मिलने नहीं दिया और भगा दिया। पीड़िता का आरोप है, कि परिवार आर्थिक संकट से जुझ रहा है। जिस मकान में वह रहती थी उस मकान मालिन ने किराया अदा न कर पाने के कारण निकाल दिया। वह किसी तरह घरों मे बर्तन मांझकर पति का इलाज कराने के साथ दोनों बच्चो का इलाज करने में लगी हैं। इस संबंध में मूलगंज इंस्पेक्टर रीकेश कुमार सिंह के अनुसार पीड़ित की तहरीर पर पलाश कुमार डे और कु मामुन डे के खिलाफ आपराधिक धमकी, जानबूझकर अपमान करने, आपराधिक विश्वासघात की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
